कोरिया: मां की ममता की अनोखी कहानी जिले के मनेंद्रगढ़ में देखने को मिली. यहां मुर्गी ने पहले मोर के अंडों को सेया और फिर उसके बच्चे को अपने बच्चों सा प्यार-दुलार दिया. मुर्गी की ओर से पाले गए मोर के तीन में से दो चूजे तो बड़े होने पर जंगल में चले गए, लेकिन एक चूजा किसान के पास उनके घर में ही रह गया. तस्वीरों में दिख रहा मोर इंसानों की बोली समझने लगा है. वह किसान के पास जाता है और उससे दुलार करता है. दिनभर गांव में घूमता और शाम के वक्त वापस घर लौट आता है.
अब आप सोच रहे होंगे कि भला किसान के पास मोर के अंडे कहां से आए. तो इस राज से पर्दा उठाते हुए किसान ने बताया कि जंगल में मवेशी चराने के दौरान बच्चों को मोर का अंडा मिला, जिसे वो अपने साथ ले आए.
जंगल से लौटकर किसान के पास आया मोर
बता दें कि 'किसान ने कई बार मोर को जंगल में छोड़ने की कोशिश की, लेकिन वो लौटकर घर वापस आ जाता है. जिस दौर में इंसान की खुद इंसान से नहीं बन रही है. उस दौर में जानवर और इंसान की ये प्रेम कहानी किसी मिसाल से कम नहीं है.