प्रदेश में स्वाइन फ्लू के मामले लगातार सामने आ रहे हैं और अब तक 4 लोगों की मौत भी हो चुकी है, लिहाजा स्वास्थ्य अमला पूरी तरह अलर्ट हो गया है. जिला अस्पताल में जो भी मरीज आ रहे हैं उन्हें स्वाइन फ्लू को लेकर सतर्क रहने की सलाह के साथ इसके लक्षण और बचाव के तरीके से भी अवगत करवाया जा रहा है.
प्रदेश में स्वाइन फ्लू एक बार फिर तेजी से फैल रहा है, जिसके चलते जिले के स्वास्थ्य अमले के द्वारा नागरिकों को इससे बचने के उपाय बताए जा रहे हैं, साथ ही जिला अस्पताल में स्वाइन फ्लू जैसे मामले सामने आने पर उनके लिए अलग कक्ष में बिस्तर की व्यवस्था भी कर दी गई है.
अस्पताल में दवाईयों का स्टॉक
स्वास्थ्य अमले के द्वारा जिला अस्पताल के साथ ही सभी स्वास्थ्य केंद्रों में भी पर्याप्त मात्रा में दवाईयां उपलब्ध करवाने की बात कही जा रही है, ताकि स्वाइन फ्लू के मामले सामने आने पर उससे निपटा जा सके.
स्वाइन फ्लू के लक्षण
स्वाइन फ्लू एफ्लुएंजा वायरस (H-1,N-1) के द्वारा होता है इसके लक्षण सामान्य बीमारी जैसे सर्दी, खांसी, बुखार, पेट दर्द, थकान भी हैं. डॉक्टर आरसी ठाकुर का कहना है कि, 'इस तरह की समस्या होने पर तत्काल डॉक्टर से राय लें और समय पर इलाज करवाएं, ताकि स्वाइन फ्लू से बचा जा सके'.
बचाव के तरीके
डॉ. आर सी ठाकुर ने कहा कि, 'जिन व्यक्तियों को सामान्य बीमारियां भी हैं उनसे दूर रहें, साफ-सफाई का विशेष ध्यान रखें, घर में जिन्हें सर्दी-जुखाम हो उनके द्वारा इस्तेमाल किए गए नेपकिन, कपड़ों का उपयोग न करें, साथ ही सामान्य सर्दी-खांसी को भी हल्के में न लें और डॉक्टर से समय पर इलाज करवाएं'.
4 लोगों की हुई मौत
प्रदेश में अब तक स्वाइन फ्लू से 4 लोगों की मौत हो चुकी हैं, खासकर भिलाई-दुर्ग में इसका असर सबसे ज्यादा देखा जा रहा है, इसीलिए ऐसी जगहों से आने वालों से भी थोड़ी दूरी बनाकर रखें.