कांकेर: कोरोना वायरस के संक्रमण से पीड़ित व्यक्ति की मौत होने पर अंतिम संस्कार के संबंध में मंगलवार को सर्व समाज प्रमुखों की बैठक आयोजित की गई. इस दौरान सर्वसम्मति से निर्णय लिया गया कि कोरोना से मौत होने वाले व्यक्ति का अंतिम संस्कार उसी गांव में किया जाएगा, जहां का वो रहने वाला होगा.
शव का अंतिम संस्कार मृतक के गांव में जिला प्रशासन और स्वास्थ्य विभाग के अधिकारियों-कर्मचारियों की देखरेख में कोरोना वायरस के लिए जारी गाइडलाइन के अनुसार किया जाएगा.
ग्रामसभा करेगी जगह का चयन
कोविड-19 से मृत व्यक्ति के दाह संस्कार के लिए जिले के सभी गांव में ग्रामसभा जगह का चयन करेगी. मुस्लिम समाज के किसी व्यक्ति की कोरोना से मौत होने पर उसका अंतिम संस्कार अपने रीति-रिवाजों के अनुसार मुस्लिम क्रबिस्तान में करने की सहमति प्रदान की गई है.
शहर में दूध नदी के किनारे होगा अंतिम संस्कार
कांकेर शहर के किसी व्यक्ति की कोरोना से मौत होने पर मुक्तिधाम के पास दूध नदी के किनारे उसका अंतिम संस्कार किया जाएगा. सर्व समाज के प्रमुखों ने मृत व्यक्ति का अंतिम संस्कार करने के दौरान पूरी सावधानी बरतने की सलाह दी है.
अधिकारियों-कर्मचारियों की देखरेख में अंतिम संस्कार
इस दौरान जिला प्रशासन एवं स्वास्थ्य विभाग के अधिकारियों-कर्मचारियों की देखरेख में अंतिम संस्कार किया जाए. कलेक्टर के एल चौहान ने भी सभी समाज के लोगों से अनुरोध किया है कि समाज प्रमुखों के लिए गए निर्णयानुसार अपने गांव में ही कोरोना से मृत व्यक्ति का अंतिम संस्कार किया जाएगा.
विवाद के बाद बैठक का आयोजन
बता दें कि शहर के अल्बेलापरा में कोरोना से मृत महिला का अंतिम संस्कार करने को लेकर जमकर विवाद हुआ था और रात में ही यहां के लोगों ने विधायक निवास पहुंचकर अपना विरोध जताया था, जिसके बाद मंगलवार की बैठक में यह निर्णय लिया गया.