कांकेर: जिला मुख्यालय से 30 किलोमीटर दूर रावस गांव में 4 सगी बहनों की तालाब में डूबने से मौत हो गई है. वहीं बच्चों को बचाने उतरी मां भी गहराई में डूब रही थी जिसे ग्रामीणों ने बचा लिया है. अपनी चार संतानों को आंखों से सामने मरता देख जहां मां सदमे में है तो वहीं गांव में मातम पसर गया है.
रावस निवासी फूलचंद नेताम की चारों बेटियां नेत्रा (12 साल), गिरजा (9 साल), नर्मदा (7 साल) और भूमिका (4 साल) अपनी मां के साथ तालाब गई थी. बच्चियों की मां ने तालाब में कपड़ा धोया और उसके बाद कपड़े सुखाने के लिए चली गई. इस दौरान बच्चियों ने तालाब में नहाने की जिद भी की थी, जिस पर उनकी मां ने कपड़े सुखा कर आने के बाद नहाने की बात कही.
मां की गैर मौजूदगी में बच्चियां तालाब में उतर गई, जिसमें तीन बहनें गहराई में जाने से डूबने लगी. उन्हें बचाने सबसे बड़ी बहन भी तालाब में उतर गई और वह भी गहरे पानी में जाने से डूब गई. इस दौरान मौके पर पहुंची बच्चियों की मां ने बच्चियों को डूबता देख तालाब में छलांग लगा दी, जिसकी चीख सुनकर ग्रामीण मौके पर पहुंचे और उन्होंने उसे जैसे-तैसे बाहर निकाला.
गांव में पसरा मातम
जब तक ग्रामीणों ने चारों बच्चियों को बाहर निकाला तब तक उनकी मौत हो चुकी थी. एक ही परिवार की चार मासूम बच्चियों की मौत से पूरे गांव में मातम पसर गया है. बच्चियों के परिवार का रो-रो कर बुरा हाल है तो वहीं मां बार-बार बच्चियों को तालाब किनारे छोड़कर जाने की बात को याद कर खुद को कोस रही है.
तत्काल दी जाएगी सहायता
छत्तीसगढ़ के मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने घटना पर दुख जताया है. एसडीएम यू एस बन्दे ने बताया कि सूचना मिलते ही प्रशासन की टीम मौके पर पहुंची. चारों बच्चियों का पोस्टमार्टम करवा शव उन्हें सौंपा जाएगा. इधर, जिले के कलेक्टर ने 8 घंटे के भीतर पीड़ित परिवार को सहायता राशी जारी करते हुए 16 लाख रुपये की स्वीकृत दी है.