कांकेर: धुर नक्सल प्रभावित ताडोकी थाना क्षेत्र के ऐरानार में नक्सलियों ने जंगल में दो ड्रम पटाखे छिपाकर रखे थे, जिसे DRG की सर्चिंग टीम ने बरामद कर लिया है.
जानकारों की मानें तो नक्सली इन पटाखों का इस्तेमाल आइईडी बनाने में बारूद के रूप में करते हैं. मदनवाड़ा मुठभेड़ में मारे गए नक्सली अशोक उर्फ रेनु जो ऐरानार का रहने वाला था, सोमवार को उसका दाह संस्कार किया जाना था. इसके चलते ताडोकी थाना क्षेत्र से डीआरजी की टीम रवाना की गई थी. इस दौरान जंगल में दो बड़े-बड़े ड्रम में पटाखे रखे मिले. जिसके बाद डीआरजी की टीम ने पटाखों को जब्त कर लिया है.
एसडीओपी ने दी जानकारी
अंतागढ़ एसडीओपी कौशलेंद्र पटेल ने फोन पर इस मामले की जानकारी दी और बताया कि सर्चिंग टीम की मदद से हमने इस विस्फोटक सामग्री को जब्त किया है.
पढ़े: रायपुर: सराफा व्यापार पर कोरोना का ग्रहण, 500 करोड़ का हुआ नुकसान
क्षेत्र में सक्रिय हैं नक्सली
बता दें कि जिले में नक्सली आए दिन किसी न किसी बड़ी वारदात को अंजाम देते रहते हैं. क्षेत्र में नक्सली गतिविधियां लगातार जारी रहती हैं. आमतौर पर नक्सली इस तरह की विस्फोटक सामग्रियों का इस्तेमाल IED बनाने के लिए करते हैं. ऐसे में सर्चिंग टीम को पटाखों से भरा मिला ये ड्रम इशारा करता है कि नक्सली जरूर किसी बड़ी घटना को अंजाम देने की फिराक में थे.
बता दें कि इसके पहले भी नक्सली क्षेत्र में अपनी मौजूदगी दर्ज कराते हुए कई वारदातों को अंजाम दे चुके हैं.