कांकेर: जिले में कोरोना पॉजिटिव मरीज सामने आने के बाद इलाके में सन्नाटा पसर गया है. दो दिनों में 5 कोरोना पॉजिटिव केस पाए गए हैं. इस बीच दो कोरोना मरीज टेस्ट के बाद आइसोलेशन पीरियड में रहते हुए भी घूमते पाए गए. कई लोगों से उनका मिलना भी हुआ है, जिससे लोगों में दहशत का माहौल बना हुआ है. जिसे लेकर प्रशासन की लापरवाही सामने आ रही है.
जिले में स्वास्थ्य विभाग के कर्मचारी की कोरोना रिपोर्ट पॉजिटिव आई है. उसकी ट्रेवल हिस्ट्री से प्रशासनिक अधिकारी भी डरे हुए हैं. CHMO भी खुद क्वॉरेंटाइन हो गए हैं. वहीं शहर के मालवीपारा का रहने वाला युवक जबलपुर से लौटा था, उसने कोरोना टेस्ट के बाद भी कई लोगों से मुलाकात की थी. जिसकी वजह से लोग डरें हुए हैं. सोमवार को ईद के मौके पर भी कोरोना वायरस के डर से बाजारों में सन्नाटा पसरा हुआ रहा. कलेक्टर के आदेश पर दुकानें तो खुली हैं, लेकिन किराना दुकान के अलावा कहीं भी लोग नजर नहीं आए.
पॉजिटिव केस के संपर्क में आए लोगों को रिपोर्ट का इंतजार
स्वास्थ्य विभाग के कर्मचारी की रिपोर्ट पॉजिटिव आने के बाद स्वास्थ्य विभाग के लोगों को भी क्वॉरेंटाइन किया गया है. उनके सैंपल लेकर जांच के लिए भेजे गए हैं. इसके साथ ही कोरोना पॉजिटिव मरीजों के प्रायमरी कांटेक्ट में रहे लोगों की रिपोर्ट आना अभी बाकी है.
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सोशल मीडिया में लोग निकाल रहे गुस्सा
कोरोना टेस्ट के बाद भी कोरोना के मरीज बाहर घूमते पाए गए, जिसकी वजह से आम लोगों का गुस्सा प्रशासन पर फूट रहा है. लोग सोशल मीडिया में प्रशासन के खिलाफ खूब गुस्सा निकाल रहे हैं. लोगो का कहना है कि संदिग्धों के ऐसे घूमने से पूरा शहर असुरक्षित है, इन्हें कड़ी निगरानी के साथ क्वॉरेंटाइन किया जाना चाहिए था.