कांकेर: छत्तीसगढ़ में विधानसभा चुनाव से पहले कांग्रेस पार्टी में अंतर्कलह खुलकर सामने आ रहा है. टिकट दावेदारी को लेकर दावेदारों ने मोर्चा खोल दिया है. भानुप्रतापपुर विधानसभा क्षेत्र में स्थानीय विधायक के विरोध में कांग्रेस के टिकट दावेदारों ने तख्ती लेकर विरोध किया. तख्ती पर लिखा था, "अबकी बार नया उम्मीदवार." सभी ने क्षेत्र में विधायक को लेकर कहा कि फिर से उनको टिकट मिलना अनुकंपा नियुक्ति जैसा हागा.
दावेदार जता रहे विरोध: दरअसल, भानुप्रतापपुर विधानसभा क्षेत्र में सोमवार को कांग्रेस के दावेदारों ने विरोध जताया. सभी ने क्षेत्र की वर्तमान विधायक सावित्री मंडावी को टिकट ने देने की बात कही है. हाथों में "अबकी बार नया उम्मीदवार" की तख्ती लेकर सभी दावेदारों ने कार्यकर्ताओं और समर्थकों के साथ विरोध किया. विरोध करने वालो में भानुप्रतापपुर, चारामा और दुर्गुकोंदल ब्लॉक के दावेदार हैं. ये तीनों ब्लॉक भानुप्रतापपुर विधानसभा क्षेत्र का मुख्य गढ़ है. इस क्षेत्र में टिकट दावेदारी को लेकर कांग्रेस में आपसी मतभेद खुलकर सामने आया है. मामले में दावेदारों का कहना है कि आखिरकार पार्टी कब तक एक ही परिवार को टिकट देती रहेगी. कई ऐसे कार्यकर्ता हैं, जो पार्टी में लंबे समय से सक्रिय हैं. इन कार्यकर्ताओं को टिकट मिलना चाहिए. इतना ही नहीं विरोध जता रहे दावेदारों ने ये भी कहा है कि अगर सावित्री मंडावी परिवार को छोड़कर किसी अन्य को पार्टी की ओर से प्रत्याशी घोषित किया जाता है तो हम खुलकर पार्टी का समर्थन करेंगे.
2022 के उपचुनाव में सावित्री मंडावी ने जीत दर्ज की: दरअसल भानुप्रतापपुर विधानसभा सीट से वर्तमान में सावित्री मंडावी विधायक हैं. उनके पति मनोज मंडावी इस सीट से तीन बार विधायक रह चुके हैं. अक्टूबर 2022 में मनोज मंडावी के निधन के बाद यह सीट खाली हुई थी. कांग्रेस पार्टी ने सावित्री मंडावी पर भरोसा जताया. साल 2022 में सावित्री मंडावी ने इस सीट पर उपचुनाव में जीत हासिल की. इस बार भी सावित्री मंडावी ने भानुप्रतापपुर विधानसभा सीट से अपनी दावेदारी पेश की है. हालांकि अब इसका अन्य दावेदार विरोध कर रहे हैं. बता दें कि कांग्रेस ने ये साफ कर दिया है कि 10 सितंबर के बाद प्रत्याशियों की पहली लिस्ट जारी हो जाएगी.