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एक्शन में कांकेर कलेक्टर, स्कूलों का किया औचक निरीक्षण - एक्शन में कांकेर कलेक्टर

कांकेर में कलेक्टर चंदन कुमार सरकारी स्कूलों का निरीक्षण किया. इस दौरान शिक्षक बनकर बच्चों को पढ़ाया.

कांकेर कलेक्टर बने शिक्षक
कांकेर कलेक्टर बने शिक्षक
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Published : Jun 27, 2022, 9:22 PM IST

कांकेर: कांकेर कलेक्टर चंदन कुमार एक्शन मोड में नजर आए. जहां आज कलेक्टर कार्यालय में अनुपस्थित 28 कर्मचारियों का एक दिन का वेतन काटने का आदेश दिए. वहीं अचानक स्कूलों के निरीक्षण करने निकल गए. निरीक्षण के दौरान स्कूली बच्चों की शिक्षा की गुणवत्ता और बच्चों की उपस्थिति पर नाराजगी व्यक्त की. कलेक्टर निरीक्षण के दौरान स्वयं बच्चों को पढ़ाकर शिक्षा की गुणवत्ता को परखा.

यह भी पढ़ें: कवर्धा में सही हुई एक अनार सौ बीमार की कहावत

बता दें कि कांकेर कलेक्टर चन्दन कुमार ने कांकेर विकासखण्ड के प्राथमिक विद्यालय माटवाड़ा मोदी और नरहरपुर विकासखण्ड के पूर्व माध्यमिक शाला जुनवानी का आकस्मिक निरीक्षण किया. विद्यालय में पदस्थ शिक्षक एवं बच्चों की दर्ज संख्या और उनके शैक्षणिक स्तर की जानकारी ली. उन्होंने स्वयं कक्षा में बच्चों को गणित और अंग्रेजी विषय पढ़ाकर बच्चों के लर्निंग-आउट-कम को जाना. शिक्षा स्तर सुधारने के लिए शिक्षकों को निर्देश भी दिये.

कलेक्टर बने शिक्षक: निरीक्षण दौरान प्राथमिक शाला माटवाड़ा मोदी में 25 में से 24 विद्यार्थी उपस्थित पाये गये. उन्होंने विद्यालय के छात्र-छात्राओं को पाठ्य पुस्तक और गणवेश वितरण की जानकारी ली. कक्षा 3, 4थीं, 5वीं के बच्चों को रोचक ढंग से पढ़ाया और शिक्षकों को निर्देशित करते हुए कहा कि बच्चों को बोल-बोलकर पढ़ायें ताकि वे आसानी से समझ सकें.

कलेक्टर ने अपनी पेन छात्र को दिया: कक्षा 5वीं में अध्ययनरत विशेष आवश्यकता वाले बालक दिपांशु नेताम के समक्ष बैठकर उनसे विषय से संबंधित विभिन्न प्रश्न पूछकर उनके शिक्षा स्तर की जानकारी ली. उन्हें प्रोत्साहित करते हुए अपनी पेन को दिपांशु को भेंट किया.

स्कूल में बच्चे कम आने पर नाराजगी व्यक्त की: नरहरपुर विकासखण्ड के पूर्व माध्यमिक शाला जुनवानी का भी आकस्मिक निरीक्षण किया. निरीक्षण के दौरान विद्यालय में दर्ज 19 विद्यार्थीं में से 12 विद्यार्थी उपस्थित पाये गये. विद्यालय में 4 शिक्षक पदस्थ हैं, जिनमें से प्रधान अध्यापक एवं एक शिक्षक उपस्थित पाये गये. एक शिक्षक और भृत्य द्वारा छुट्टी के लिए आवेदन पत्र प्रस्तुत किया गया था. एक शिक्षिका को ग्रामसभा की बैठक में जाना बताया गया. शिक्षकों एवं विद्यार्थियों की कम उपस्थिति पर उन्होंने नाराजगी व्यक्त की.

शिक्षा की गुणवत्ता पर सवाल: विद्यार्थियों के शिक्षा गुणवत्ता में कमी पाये जाने पर नाराजगी व्यक्त किया. उन्होंने शिक्षा विभाग कांकेर के सहायक कार्यक्रम समन्वयक समग्र शिक्षा नवनीत कुमार पटेल को निर्देशित किया. उन्होंने कहा कि जिला मुख्यालय कांकेर के 20 किलोमीटर के दायरे में आने वाले सभी स्कूलों में पदस्थ शिक्षक, शिक्षिकाएं और उन विद्यालियों में दर्ज विद्यार्थियों की संख्या संबंधी जानकारी अविलंब प्रस्तुत किया जाए. निरीक्षण के दौरान कलेक्टर ने विद्यालय में पकाये गये मध्यान्ह भोजन का अवलोकन किया. भोजन में सब्जियों के साथ दाल देने के निर्देश भी दिये.

कांकेर: कांकेर कलेक्टर चंदन कुमार एक्शन मोड में नजर आए. जहां आज कलेक्टर कार्यालय में अनुपस्थित 28 कर्मचारियों का एक दिन का वेतन काटने का आदेश दिए. वहीं अचानक स्कूलों के निरीक्षण करने निकल गए. निरीक्षण के दौरान स्कूली बच्चों की शिक्षा की गुणवत्ता और बच्चों की उपस्थिति पर नाराजगी व्यक्त की. कलेक्टर निरीक्षण के दौरान स्वयं बच्चों को पढ़ाकर शिक्षा की गुणवत्ता को परखा.

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बता दें कि कांकेर कलेक्टर चन्दन कुमार ने कांकेर विकासखण्ड के प्राथमिक विद्यालय माटवाड़ा मोदी और नरहरपुर विकासखण्ड के पूर्व माध्यमिक शाला जुनवानी का आकस्मिक निरीक्षण किया. विद्यालय में पदस्थ शिक्षक एवं बच्चों की दर्ज संख्या और उनके शैक्षणिक स्तर की जानकारी ली. उन्होंने स्वयं कक्षा में बच्चों को गणित और अंग्रेजी विषय पढ़ाकर बच्चों के लर्निंग-आउट-कम को जाना. शिक्षा स्तर सुधारने के लिए शिक्षकों को निर्देश भी दिये.

कलेक्टर बने शिक्षक: निरीक्षण दौरान प्राथमिक शाला माटवाड़ा मोदी में 25 में से 24 विद्यार्थी उपस्थित पाये गये. उन्होंने विद्यालय के छात्र-छात्राओं को पाठ्य पुस्तक और गणवेश वितरण की जानकारी ली. कक्षा 3, 4थीं, 5वीं के बच्चों को रोचक ढंग से पढ़ाया और शिक्षकों को निर्देशित करते हुए कहा कि बच्चों को बोल-बोलकर पढ़ायें ताकि वे आसानी से समझ सकें.

कलेक्टर ने अपनी पेन छात्र को दिया: कक्षा 5वीं में अध्ययनरत विशेष आवश्यकता वाले बालक दिपांशु नेताम के समक्ष बैठकर उनसे विषय से संबंधित विभिन्न प्रश्न पूछकर उनके शिक्षा स्तर की जानकारी ली. उन्हें प्रोत्साहित करते हुए अपनी पेन को दिपांशु को भेंट किया.

स्कूल में बच्चे कम आने पर नाराजगी व्यक्त की: नरहरपुर विकासखण्ड के पूर्व माध्यमिक शाला जुनवानी का भी आकस्मिक निरीक्षण किया. निरीक्षण के दौरान विद्यालय में दर्ज 19 विद्यार्थीं में से 12 विद्यार्थी उपस्थित पाये गये. विद्यालय में 4 शिक्षक पदस्थ हैं, जिनमें से प्रधान अध्यापक एवं एक शिक्षक उपस्थित पाये गये. एक शिक्षक और भृत्य द्वारा छुट्टी के लिए आवेदन पत्र प्रस्तुत किया गया था. एक शिक्षिका को ग्रामसभा की बैठक में जाना बताया गया. शिक्षकों एवं विद्यार्थियों की कम उपस्थिति पर उन्होंने नाराजगी व्यक्त की.

शिक्षा की गुणवत्ता पर सवाल: विद्यार्थियों के शिक्षा गुणवत्ता में कमी पाये जाने पर नाराजगी व्यक्त किया. उन्होंने शिक्षा विभाग कांकेर के सहायक कार्यक्रम समन्वयक समग्र शिक्षा नवनीत कुमार पटेल को निर्देशित किया. उन्होंने कहा कि जिला मुख्यालय कांकेर के 20 किलोमीटर के दायरे में आने वाले सभी स्कूलों में पदस्थ शिक्षक, शिक्षिकाएं और उन विद्यालियों में दर्ज विद्यार्थियों की संख्या संबंधी जानकारी अविलंब प्रस्तुत किया जाए. निरीक्षण के दौरान कलेक्टर ने विद्यालय में पकाये गये मध्यान्ह भोजन का अवलोकन किया. भोजन में सब्जियों के साथ दाल देने के निर्देश भी दिये.

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