कांकेर: विश्व आदिवासी दिवस के अवसर पर जिला पंचायत के सभा कक्ष में कार्यक्रम का आयोजन किया गया. जहां मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के माध्यम से वनोपज से सम्बंधित विभिन्न कार्यों का भूमिपूजन और शुभारंभ किया. इन दौरान मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने मर्दापोटी क्लस्टर के 17 गांव के युवाओं के वनोपज क्षेत्र में किए जा रहे कार्यों की सराहना की.
कोरोना संक्रमण के कारण मुख्यमंत्री आदिवासी दिवस के कार्यक्रम में वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के माध्यम से जुड़े थे. मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने आदिवासी संस्कृति सरक्षण संग्रहालय गढ़िया पहाड़, हर्रा प्रसंस्करण केन्द्र इच्छापुर, कोदो, कुटकी, रागी प्रसंस्करण केंद्र, लाख प्रसंस्करण केंद्र नवागांव, मशरूम उत्पादन सह प्रशिक्षण केंद्र मर्दापोटी का भूमिपूजन किया. वहीं मर्दापोटी क्लस्टर का भी शुभारंभ किया.
पौधरोपण में अब फलदार पौधे ही लगाए जाएंगे: सीएम बघेल
इस दौरान मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने कहा कि कांकेर जिले ने निजी और शासकीय भूमि के वृक्षों का सर्वे कर लघु वनोपज से होने वाले आमदनी के सम्बंध में जो कार्य किए गए हैं, वो सराहनीय हैं. मर्दापोटी क्लस्टर के 17 गांव के युवाओं के सर्वे के अनुसार इस क्षेत्र के ग्रामीण को वनोपज से 11 करोड़ 57 लाख रुपये से अधिक की आय हो सकती है. सरकार की ओर से भी अब निर्णय लिया गया है कि पौधरोपण में अब फलदार पौधे ही लगाए जाएंगे. साथ ही लघु वनोपज की खरीदी और उनके प्रसंस्करण में विशेष ध्यान देने की बात भी मुख्यमंत्री ने कही है.
वन अधिकार पट्टे का वितरण
इस दौरान 15438.34 हेक्टेयर क्षेत्रफल के 17 सामुदायिक वन संसाधन हक, 4 हजार 834 सामुदायिक वन अधिकार पट्टा, 3 हजार 38 व्यक्तिगत वन अधिकार पट्टे का विरतण भी किया गया. इसके साथ ही 10वीं, 12वीं उतीर्ण 29 मेघावी छात्रों को सम्मानित भी किया गया.
कलेक्टर ने दी वन अधिकार कार्यों की जानकारी
इस दौरान कलेक्टर के एल चौहान ने मुख्यमंत्री को जिले में वन अधिकार मान्यता पत्र के वितरण के लिए किए जा रहे कार्यों की जानकारी दी. कार्यक्रम में संसदीय सचिव शिशुपाल शोरी के अलावा अन्य जनप्रतिनिधि भी मौजूद रहे. बता दें कि कोरोना के कारण इस वर्ष विश्व आदिवासी दिवस पर कार्यक्रम स्थगित रखे गए थे, जिसके कारण सीएम भूपेश बघेल ने वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के माध्यम से आदिवासी समुदाय को बधाई दी है.