कांकेर: भानुप्रतापपुर उपचुनाव के लिए रविवार को मतदान सामग्री का वितरण कर दिया गया. उप जिला निर्वाचन अधिकारी धनजंय नेताम ने बताया " मतदान संपन्न कराने के लिए 256 मतदान केंद्र बनाए गए हैं. जिसमें से 82 मतदान केन्द्र नक्सल संवेदनशील और 17 मतदान केंद्र अति नक्सल संवेदनशील है. 23 मतदान केन्द्र राजनीतिक रूप से संवेदनशील है. सोमवार को 7 बजे से दोपहर 3 बजे तक मतदान होना है. कुल 1 लाख 95 हजार 822 मतदाता वोट डालेंगे. जिनमें 95 हजार 266 पुरुष मतदाता और 1 लाख 555 महिला मतदाता है. 1 थर्ड जेंडर वोटर है."
256 मतदान दल संभालेंगे भानुप्रतापपुर का दंगल: भानुप्रतापपुर उपचुनाव के लिए 256 मतदान दल गठित किए गए हैं. हर मतदान दल में एक पीठासीन अधिकारी, एक मतदान अधिकारी क्रमांक 1, एक मतदान अधिकारी क्रमांक 2 और एक मतदान अधिकारी क्रमांक 3 की ड्यूटी लगाई गई है. इसके अलावा रिजर्व दल भी बनाए गए हैं. 30 सेक्टर अधिकारी भी बनाये गये है. जो लगातार अपने क्षेत्र के मतदान केंद्रों का भ्रमण कर रिपोर्टिंग करेंगे.
15 काउंटर में बांटी गई मतदान सामग्री: रविवार को मतदान सामग्री वितरण के लिए 15 काउंटर बनाए गए. 45 रूट तय किए गया है. रूट के लिए अलग अलग छोड़ी बड़ी गाड़ियों की व्यवस्था किया गया है. 45 रूट के लिए 53 बसें उपलब्ध कराई गई है. अंदरूनी क्षेत्रों के लिए 12 छोटी गाड़ियों की व्यवस्था है.
सुबह 7 बजे से 3 बजे तक वोटिंग: कलेक्टर एवं जिला निर्वाचन अधिकारी प्रियंका शुक्ला ने सभी मतदाताओं को निर्भीक होकर मतदान करने की अपील की है. उन्होंने कहा कि "मतदान आपका संवैधानिक अधिकार है. भानुप्रतापपुर विधानसभा के उपचुनाव में सभी मतदाता अपने मताधिकार का प्रयोग करें. स्वतंत्र और निष्पक्ष चुनाव संपन्न कराने के लिए भारत निर्वाचन आयोग की तरफ से सभी आवश्यक व्यवस्था सुनिश्चित की गई है. 5 दिसम्बर को सुबह 7 बजे से दोपहर 3 बजे तक मतदान संपन्न कराया जायेगा."
8 दिसंबर को रिजल्ट: चुनाव के बाद ईवीएम को स्ट्रॉन्ग रूम में रखा जाएगा. भानुप्रताप देव कॉलेज को स्ट्रॉन्ग रूम बनाया गया है. मतगणना 8 दिसंबर को सुबह 8 बजे से शुरू हो जाएगी.
Bhanupratappur by Election: भानुप्रतापपुर में चुनाव प्रचार का शोर थमा, पांच दिसंबर को वोटिंग
बीजेपी ने ब्रह्मानंद नेताम को मैदान में उतारा: भानुप्रतापपुर उपचुनाव में बीजेपी ने आदिवासी नेता ब्रह्मानंद नेताम को प्रत्याशी बनाया है. ब्रह्मानंद नेताम यहां लगातार 2008 से चुनाव लड़ते आ रहे हैं. उन्होंने साल 2008 के विधानसभा चुनाव में जीत दर्ज की थी और मनोज मंडावी को हराया था.साल 2013 और साल 2018 में मनोज मंडावी ने ब्रह्मानंद नेताम को पटखनी दी थी. इस बार फिर चुनावी मैदान में ब्रह्मानंद नेताम बीजेपी की तरफ से उम्मीदवार हैं.turn of voting in Bhanupratappur
कांग्रेस ने मनोज मंडावी की पत्नी सावित्री मंडावी पर जताया भरोसा: कांग्रेस ने भानुप्रतापपुर विधानसभा सीट से दिवंगत विधायक मनोज मंडावी की पत्नी सावित्री मंडावी को उम्मीदवार बनाया है. सावित्री मंडावी इससे पहले एक शिक्षिका थी. सावित्री मंडावी शिक्षण कार्य से इस्तीफा देकर चुनाव लड़ रहीं हैं. उनके पास अपने पति के राजनीतिक विरासत को बचाने की चुनौती है. क्योंकि मनोज मंडावी भानुप्रतापपुर में काफी लोकप्रिय नेता माने जाते थे. ऐसे में पहली बार चुनाव लड़ रही सावित्री मंडावी के लिए यह चुनाव अग्निपरीक्षा साबित होगी.
सर्व आदिवासी समाज की तरफ से अकबर राम कोर्राम लड़ रहे चुनाव: भानुप्रतापपुर चुनाव मैदान में में तीसरे उम्मीदवार अकबर राम कोर्राम हैं. अकबर राम कोर्राम सर्व आदिवासी समाज की तरफ से निर्दलीय उम्मीदवार हैं. अकबर राम कोर्राम कई जिलों के एसपी रहे हैं. अंत में डीआईजी के रूप में सेवाएं देने के बाद रिटायर हुए. अब चुनावी मैदान में अकबर राम कोर्राम अपना दम दिखा रहे हैं.