कांकेर: कांकेर जिले की अंतागढ़ विधानसभा सीट हाई प्रोफाइल सीट बन गई है. कांग्रेस ने अंतागढ़ के सिटिंग एमएलए अनूप नाग का टिकट क्या काटा यहां के समीकरण ही बदल गए हैं. अनूप नाग ने बगावत करते हुए निर्दलीय प्रत्याशी के रूप में नामांकन भर दिया है. ETV भारत ने Talk With नेताजी के तहत निर्दलीय प्रत्याशी अनूप नाग से बात की. इस दौरान उनकी भड़ास के साथ दर्द भी सामने आया.
बागी नहीं हूं मैं: निर्दलीय प्रत्याशी अनूप नाग ने बताया कि वह सिटिंग MLA जरूर रहे है लेकिन बागी नहीं हैं. सत्य के रास्ते में चलते हुए हमेशा क्षेत्र का विकास 5 साल तक किया. इस बात की क्षेत्र की जनता ने देखा है, महसूस किया है. उसके बावजूद मुझे टिकट से वंचित किया है. मेरे साथ छल कपट किया.
अनूप नाग ने कहा कि मेरे क्षेत्र की जनता ने बहुत असहज, असहाय और दुःख व्यक्त करते हुए मुझे चुनाव लड़ने के लिए प्रेरित किया. जनता ने कहा कि आपके साथ, क्षेत्र के जनता के साथ, अंतागढ़ क्षेत्र के कार्यकर्ताओं के साथ छल कपट कर धोखा दिया गया है. अपने लोगों की इस बात ने मुझे चुनाव लड़ने प्रेरित किया. उन्ही के इच्छा के अनुसार मैंने यह कदम उठाया है.
विकास के मुद्दे को लेकर जनता से मांगूंगा वोट: अनूप नाग ने कहा कि किसी भी पार्टी के उम्मीदवार को विकास के मुद्दे लेकर ही जनता से वोट मांगना पड़ता है. मैं भी इन्हीं मुद्दों के साथ जनता के बीच जाऊंगा. बहुत सारे काम अभी अधूरे हैं, बचे हैं, मैं जनता से मिलकर यह बात कहता हूं कि आने वाले सत्र में उन सभी बचे हुए कामों को पूरी ईमानदारी के साथ पूरा करुंगा. मैं जनता के उम्मीदों ओर खरा उतारने की कौशिश करुंगा.
अंतागढ़ में कड़ा मुकाबला लेकिन मिलेगी जीत: अनूप नाग ने कहा कि मेरे क्षेत्र के कार्यकर्ता पार्टी से दुखी होकर इस्तीफा दे दिए है. इन सबसे मुझे चुनाव लड़ने और जीतने की प्रेरणा मिल रही है. निश्चित रूप से जनता का आशीर्वाद मिलेगा.
अंतागढ़ विधानसभा: अंतागढ़ विधानसभा का नाम पहले नारायणपुर विधानसभा था. 1993 लेकर 2008 तक के चुनाव में भाजपा-कांग्रेस प्रत्याशियों के बीच हमेशा कांटे की टक्कर रही है. अनूप नाग कांग्रेस की टिकट पर 2018 में पहली बार विधायक चुने गए थे. लेकिन इस बार कांग्रेस ने इनका टिकट काटते हुए रूप सिंह पोटाई को उम्मीदवार बनाया है.
2018 विधानसभा चुनाव में अंतागढ़ विधानसभा की स्थिति : अंतागढ़ विधानसभा सीट भारतीय जनता पार्टी का गढ़ रही है, लेकिन 2018 के विधानसभा चुनाव में कांग्रेस के अनूप नाग ने बीजेपी के विक्रम उसेंडी को आसानी से हरा दिया था. अनूप नाग ने 13,414 मतों के अंतर से यह जीत हासिल की. अनूप को 57,061 वोट जबकि विक्रम को 43,647 वोट मिले थे.
2023 के चुनावी मैदान में कौन है: अन्तागढ़ विधानसभा में इस बार के विधानसभा चुनाव में कांग्रेस ने नए चेहरे रTपसिंह पोटाई पर भरोसा जताया है. बीजेपी ने 4 बार विधायक रहे विक्रम उसेंडी पर भरोसा जताया है. 7 नवंबर को पहले चरण में यहां मतदान है. 3 दिसंबर को मतगणना होगी.