कांकेर: लॉकडाउन की अवधि बढ़ने के साथ ही मजदूरों का पलायन लगातार जारी है. दूसरे राज्य में फंसे मजदूर किसी भी हालत में अपने राज्य, अपने गांव में पहुंचाना चाहते हैं. इसके लिए कोई ट्रक का सहारा ले रहा है, तो कोई पैदल ही निकल पड़ा है. ऐसे ही तेलंगाना से 8 मजदूर 5 दिनों तक पैदल सफर करते हुए कांकेर के पखांजुर पहुंचे. जानकारी के मुताबिक ये सभी मजदूर छतीसगढ़ के मुंगेली के रहने वाले हैं, जो काम के लिए तेलंगाना गए थे और काफी समय से वारंगल जिले में रहकर काम रह रहे थे.
मजदूरों के कांकेर में प्रवेश करने की जानकारी जिला प्रशासन को दिए जाने के बाद भी अब तक किसी ने इनकी सुध नहीं ली है. मजदूर पखांजुर सिविल अस्पताल के सामने देर रात तक बैठे रहे. एक तरफ सरकार मजदूरों को उनके घरों तक पहुंचाने के लिए ट्रेन चलवा रही है, लेकिन केन्द्र और राज्य सरकारों की आपसी ताल मेल की कमी के कारण अभी भी बड़ी संख्या में मजदूर पैदल ही सफर कर रहे हैं. मजदूरों का यह जत्था तेलगांना से महाराष्ट्र बॉर्डर पार कर छतीसगढ़ में पहुंचा, जहां कोरोना जमकर कहर बरपा रहा है. वहीं सूचना के बाद भी जिम्मेदारों का मजदूरों तक नहीं पहुंचना बहुत बड़ी लापरवाही है. बता दें कि कांकेर में बीते दिनों ही कोरोना का पहला मामला सामने आया है, मरीज महाराष्ट्र से लौटा था.
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बता दें कि प्रदेश में लगातार मजदूरों का आना-जाना लगा हुआ है, जिससे कोरोना का संक्रमण फैलने का डर बना हुआ है. वहीं कोरोना के ताजा आंकड़ों में ज्यादातर मजदूर ही पॉजिटिव पाए गए हैं, यह सभी मजदूर दूसरे राज्यों से छ्त्तीसगढ़ लौटे हैं. मजदूरों के छत्तीसगढ़ वापसी के बाद से दिन ब दिन प्रदेश में कोरोना के केस बढ़ते जा रहे हैं. छत्तीसगढ़ में अब तक कोरोना के 130 पॉजिटिव केस सामने आ चुके हैं, जिनमें से 59 मरीज पूरी तरह ठीक हो चुके हैं. जबकि एक्टिव केस की संख्या बढ़कर 71 हो गई है.