कांकेर: जिले के अंतागढ़ में नव निर्मित रेल्वे स्टेशन और रेलवे ट्रेक का काम चल रहा है. यहां काम करने करने के लिए झारखंड से मजदूर आए हुए थे. अचानक लॉकडाउन होने के कारण मजदूर यहां फंस गए हैं. अब मजदूर लॉकडाउन खुलने का इंतजार कर रहे हैं.
मजदूरों ने घर जाने की इच्छा जताते हुए अंतागढ़ विधायक अनूप नाग से बात की है. जिसके बाद विधायक ने शासन से बात करने के बाद रविवार को झारखंड के 50 मजदूरों को घर भेजने के लिए दो बसों की व्यवस्था कर रायपुर भेजा . जिसके बाद रायपुर से झारखंड के लिए दूसरी बस की व्यवस्था कर सभी मजदूरों को सुरक्षित घर पहुंचाया जा रहा है.
सोशल डिस्टन्सिंग का रखा जा रहा ध्यान
अंतागढ़ के प्रभारी तहसीलदार ने बताया कि मजदूरों को सोशल डिस्टेंसिंग का पालन करते हुए उन्हें उनके गृह ग्राम भेजा जा रहा है. साथ ही इनके सुरक्षा के लिए मास्क और समय-समय पर हाथ धोने के लिए साबुन की व्यवस्था भी की गई है.
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घर वापस लौट रहे मजदूर
बता दें कि अलग-अलग राज्यों में कमाने गए मजदूर लॉकडाउन के चलते वहीं फंसकर रह गए हैं. अब सभी मजदूर कोई साधन नहीं होने से पलायन करने को मजबूर हैं. मजदूर कहीं शासन-प्रशासन की मदद से तो कहीं पैदल ही अपने घर लौट रहे हैं.
मजदूरों पर लॉकडाउन का असर
मजदूरों और गरीब तबके के लोगों पर लॉकडाउन का खास असर देखने को मिल रहा है. मजदूरों के सामने अब अपना और अपने परिवार के जीवन यापन करने की समस्या खड़ी ही गई है. क्योंकि लॉकडाउन में सारे काम ठप पड़े हैं, जिस जगह मजदूर काम करने गए हैं वहां पर भी खाने का कोई ठिकाना नहीं है.