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कवर्धा के कई गांव में लॉकडाउन जैसा माहौल, बाघ के डर से घरों में कैद हुए ग्रामीण

कवर्धा के ग्रमीण इलाकों में बाघ की दस्तक से दहशत का माहौल है. गांव में नजर आने वाली चहल-पहल पिछले 10 दिनों से गायब है. लोग घरों से बाहर तक नहीं निकल रहे हैं. गांव कुंडपानी में बाघ ने तीन मवेशियों का शिकार किया. वन विभाग बाघ की तलाश कर रहा है.

Villagers fear due to tiger at kawardha
बाघ के डर से घरों में कैद हुए ग्रामीण
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Published : Dec 18, 2020, 6:29 PM IST

Updated : Dec 18, 2020, 8:47 PM IST

कवर्धा: जिले के कई गांव में बाघ की दहशत देखी जा रही है. बाघ ने इलाके में कई मवेशियों का शिकार किया है. जिसके कारण क्षेत्र के लोग सहमे हुए हैं. जिला मुख्यालय से लगभग 25 किलोमीटर दूर हथलेवा और आसपास के चार-पांच गांव मे इन दिनों शाम के समय मवेशियों के लौटने के बाद गांव में नजर आने वाली चहल-पहल पिछले 10 दिनों से गायब हो गई है. लोग घरों से नहीं निकल रहें हैं. चारों ओर बाघ की चर्चा है.

बाघ के डर से घरों में कैद हुए ग्रामीण

बाघ को आसपास के इलाके में देखा जा रहा है. करीब एक हफ्ते से अधिक वक्त बीत जाने के बाद भी वन विभाग की टीम बाघ को नहीं पकड़ सकी है. लोगों ने बताया कि बीते दस दिनों से क्षेत्र में बाघ घूम रहा है. लोगों ने बाघ को धान के खेत, केला बाड़ी में देखा है. साथ ही खेतों में बाघ के पैरों के निशान भी देखे जा सकते हैं.

पढ़ें: कवर्धा: खेत में मिले बाघ के पैरों के निशान, ग्रामीणों में दहशत का माहौल

अलग-अलग क्षेत्रों में देखा गया बाघ

गुरुवार सुबह बोड़ला ब्लॉक के कान्हा नेशनल पार्क से लगे गांव कुंडपानी में बाघ ने तीन मवेशियों का शिकार किया. मवेशी मालिक ने बताया की रात में बाघ के दहाड़ने की आवाज सुनकर ग्रामीण अपने घरों से बहार नहीं निकले. सुबह जब लोग बाहर निकले तो गांव के तीन मवेशियों को बाघ ने अपना शिकार बनाया था. एक मवेशी जख्मी हालत में मिला था. मवेशी के गले मे बाघ के पंजे के निशान भी थे.

इन इलाकों में दिखा बाघ

हथलेवा, अचानकपुर, लासाटोला, सिंघानपुरी, चारभाटा और मोहतरा गांव में लोगों ने बाघ देखने का दावा किया है. ग्रामीणों में डर का माहौल बना हुआ है. हथलेवा के ग्रामीण बताते हैं कि गांव के लोगों ने बाघ को सिर्फ चिड़िया घर में देखा था. लेकिन अब बाघ गांव में खुला घूम रहा है. ऐसे में बच्चों, महिलाओं का भी घर से बहार निकलना बंद हो गया है.

पढ़ें: VIDEO: NMDC बैलाडीला जंगल में दिखा बाघ, ट्रेस करने में जुटा वन विभाग

गांव-गांव में हो रही मुनादी

प्रशासन की ओर से जिन गांव में बाघ की मूवमेंट की खबर मिल रही है. वहां मुनीदी कराई जा रही है. ताकि लोग सतर्क रहें. हथलेवा गांव मे बाघ का मूवमेंट सबसे जादा है, जिसके कारण ग्रामीण अपने खेत में फसलों को देखने भी नहीं जा रहे हैं. यहां तक की किसान खेत में पंप भी चालू करने नहीं जा रहे हैं.

वन मंडल अधिकारी दिलराज प्रभाकर ने बताया कि जिले के लोहारा ब्लॉक स्तिथ हथलेवा, सिंघनपुर क्षेत्र मे वन्यप्राणी के दिखने की खबर मिली है. इसके अलावा वन्यप्राणी के फुट प्रिंट भी मिले हैं. साथ ही मवेशी का शिकार भी किया गया है. लेकिन वन्यप्राणी बाघ है या तेंदुआ इस बात कि पुष्टि नहीं हो पाई है. फूट प्रिंट को जांच के लिए भेजा गया है. रिपोर्ट के बाद ही कुछ कहना सही होगा.

कवर्धा: जिले के कई गांव में बाघ की दहशत देखी जा रही है. बाघ ने इलाके में कई मवेशियों का शिकार किया है. जिसके कारण क्षेत्र के लोग सहमे हुए हैं. जिला मुख्यालय से लगभग 25 किलोमीटर दूर हथलेवा और आसपास के चार-पांच गांव मे इन दिनों शाम के समय मवेशियों के लौटने के बाद गांव में नजर आने वाली चहल-पहल पिछले 10 दिनों से गायब हो गई है. लोग घरों से नहीं निकल रहें हैं. चारों ओर बाघ की चर्चा है.

बाघ के डर से घरों में कैद हुए ग्रामीण

बाघ को आसपास के इलाके में देखा जा रहा है. करीब एक हफ्ते से अधिक वक्त बीत जाने के बाद भी वन विभाग की टीम बाघ को नहीं पकड़ सकी है. लोगों ने बताया कि बीते दस दिनों से क्षेत्र में बाघ घूम रहा है. लोगों ने बाघ को धान के खेत, केला बाड़ी में देखा है. साथ ही खेतों में बाघ के पैरों के निशान भी देखे जा सकते हैं.

पढ़ें: कवर्धा: खेत में मिले बाघ के पैरों के निशान, ग्रामीणों में दहशत का माहौल

अलग-अलग क्षेत्रों में देखा गया बाघ

गुरुवार सुबह बोड़ला ब्लॉक के कान्हा नेशनल पार्क से लगे गांव कुंडपानी में बाघ ने तीन मवेशियों का शिकार किया. मवेशी मालिक ने बताया की रात में बाघ के दहाड़ने की आवाज सुनकर ग्रामीण अपने घरों से बहार नहीं निकले. सुबह जब लोग बाहर निकले तो गांव के तीन मवेशियों को बाघ ने अपना शिकार बनाया था. एक मवेशी जख्मी हालत में मिला था. मवेशी के गले मे बाघ के पंजे के निशान भी थे.

इन इलाकों में दिखा बाघ

हथलेवा, अचानकपुर, लासाटोला, सिंघानपुरी, चारभाटा और मोहतरा गांव में लोगों ने बाघ देखने का दावा किया है. ग्रामीणों में डर का माहौल बना हुआ है. हथलेवा के ग्रामीण बताते हैं कि गांव के लोगों ने बाघ को सिर्फ चिड़िया घर में देखा था. लेकिन अब बाघ गांव में खुला घूम रहा है. ऐसे में बच्चों, महिलाओं का भी घर से बहार निकलना बंद हो गया है.

पढ़ें: VIDEO: NMDC बैलाडीला जंगल में दिखा बाघ, ट्रेस करने में जुटा वन विभाग

गांव-गांव में हो रही मुनादी

प्रशासन की ओर से जिन गांव में बाघ की मूवमेंट की खबर मिल रही है. वहां मुनीदी कराई जा रही है. ताकि लोग सतर्क रहें. हथलेवा गांव मे बाघ का मूवमेंट सबसे जादा है, जिसके कारण ग्रामीण अपने खेत में फसलों को देखने भी नहीं जा रहे हैं. यहां तक की किसान खेत में पंप भी चालू करने नहीं जा रहे हैं.

वन मंडल अधिकारी दिलराज प्रभाकर ने बताया कि जिले के लोहारा ब्लॉक स्तिथ हथलेवा, सिंघनपुर क्षेत्र मे वन्यप्राणी के दिखने की खबर मिली है. इसके अलावा वन्यप्राणी के फुट प्रिंट भी मिले हैं. साथ ही मवेशी का शिकार भी किया गया है. लेकिन वन्यप्राणी बाघ है या तेंदुआ इस बात कि पुष्टि नहीं हो पाई है. फूट प्रिंट को जांच के लिए भेजा गया है. रिपोर्ट के बाद ही कुछ कहना सही होगा.

Last Updated : Dec 18, 2020, 8:47 PM IST
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