कवर्धा: जिले के क्वॉरेंटाइन सेंटर में जिला प्रशासन की बड़ी लापरवाही सामने आई है. क्वॉरेंटाइन सेंटर में लाठी डंडे से मारपीट का मामला सामने आया है. मारपीट करने वाले मजदूर मध्यप्रदेश के बालाघाट के रहने वाले हैं, इनके बीच 14 दिन के बाद भी क्वॉरेंटाइन सेंटर से छोड़ने के कारण मारपीट हुई है. इन मजदूरों को छत्तीसगढ़ की सीमा पार करने के दौरान क्वॉरेंटाइन किया गया था. प्रशासन की निगरानी नहीं करने के कारण लोगों ने इस घटना को अंजाम दिया. क्वॉरेंटाइन में रह रहे लोग महुआ शराब पीकर आपस में लड़ रहे थे.
जिले के सीमावर्ती क्षेत्र चिल्फी के पास ग्राम पालक में क्वॉरेंटाइन सेंटर बनाया गया है. जहां का एक वीडियो वायरल हुआ है. इस वीडियो में बहुत से महिला और पुरुष आपस में मारपीट कर रहे हैं और लाठी-डंडा से मार रहे हैं. आसपास के लोगों और पंचायत से इस घटना का पता लगाया गया.
क्वॉरेंटाइन सेंटर में 10 लोगों को क्वारेंटाइन किया गया है. यह सभी लोग छत्तीसगढ़ से मध्यप्रदेश की ओर जा रहे थे. इस दौरान सभी को चिल्फी चेक पोस्ट से स्वास्थ्य प्रशिक्षण कर क्वॉरेंटाइन किया गया था. इन लोगों का 14 दिन से अधिक समय हो चुका है. लेकिन ये लोग यहां से जाने का नाम नहीं ले रहे हैं और इन्हें अपने घर जाने को भी कहा जा रहा , बावजूद इसके ये लोग लॉकडाउन तक यहीं रहने की बात कह रहे हैं.
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क्वॉरेंटाइन सेंटर में मारपीट
अब ये लोग प्रशासन की नाक में दम कर चुके हैं. जिसके कारण कुछ दिनों से अफसर भी इनकी सुध लेने नहीं आ रहे हैं. यहां लोग प्रतिदिन जंगल से जाकर महुआ का शराब लाते हैं और पीकर रोज इसी तरह मारपीट करते हैं, आशंका जताई जा रही है कि, अगर ऐसे ही चलता रहा तो भविष्य में यहां कोई बड़ी घटना घट सकती है.