कवर्धा: इस दौरान शंकराचार्य ने मिडिया से रुबरु होते हुए पत्रकारों के कहा कि "जिस देश के प्रधानमंत्री गौ रक्षकों को गुंडा कहे जहां के उच्च न्यायालय मे गौ रक्षकों को गुंडा कहे वह स्वतंत्रता भारत कैसे हो सकता है."
शंकराचार्य ने कही ये बात: धर्मपरिवर्तन मामले को लेकर कहा कि "शासन तंत्र की ढुलमुल नीति के कारण ही धर्म परिवर्तन होते है. हिदू धर्म के पिछड़े हुए लोग क्रिस्चियन बनाया जा रहे हैं. लेकिन वहां जाने के बाद भी वे लोग पिछडे हुए ही है. तो उनका धर्म परिवर्तन कराने से क्या लाभ मिला. उनका मक्सद है की हिन्दुओं को अल्पसंख्यक बना दे और देश को क्रिश्चियन बहुमूल्य बनाए. बल्कि यीशु मसीह हिन्दुओं के पक्षधर थे. हिन्दू प्रेमी थे. इसीलिए लोगों ने उन्हें फांसी पर लटका दिया और मर जाएगा समझ कर वहां से चले गए लेकिन यीशु जिवित थे और चलते-चलते भारत के जम्मू कश्मीर आ गए. भारत उनको इतना प्रिय था की यही उन्होंने अपना प्रण त्याग दिया. क्रिश्चियन लोगों को भी अपने मुल हिन्दू धर्म में आ जाना चाहिए."
दर्शन के लिए दूर दूर से लोग पहुंच रहे हैं: कार्यक्रम के आयोजक भावना बोहरा ने बताया कि "लंबे वर्षों बाद शंकराचार्य का जिले में आगमन हुआ है. इसे लेकर धर्म प्रेमी और भक्तों मे काफी उत्साह देखने को मिल रहा है. कार्यक्रम को लेकर गाँव के लोगों ने भरपूर सहयोग किया है और शंकराचार्य के दर्शन के लिए दूर-दूर से लोग यहां पहुंच रहे हैं. शुक्रवार शंकराचार्य स्कूल ग्राउंड में आयोजित धर्मसभा को संबोधित करंगे और अपने आशीर्वचन से सभी का मार्गदर्शन करेंगे. इसके बाद स्वामी प्रेस वार्ता में पत्रकारों से रूबरू होंगे. वहीं शनिवार को सत्संग,संगोष्ठी एवं दीक्षा के बाद कार्यक्रम के बाद शंकराचार्य रायपुर के लिए प्रस्थान करेंगे."