कवर्धा/पंडरिया: पंडरिया ब्लॉक के ग्राम भरेवापुरान के ग्रामीणों के पैरों तले जमीन खिसक गई Road construction scam in Pandariya. जब उन्होंने सुना कि ग्राम की सड़कें बन गई है लेकिन हकीकत में सड़क की नामो निशान भी नहीं है. ग्राम भरेवापूरन में 47.20 लाख रुपए की लागत से 2.95 किलोमीटर लंबी प्रधानमंत्री ग्रामीण योजना की सड़क बननी थी. जो कागज पर बन गई. इस मामले के खुलासे के बाद गांव वालों ने विरोध प्रदर्शन किया. इस विरोध प्रदर्शन में जोगी कांग्रेस के कार्यकर्ता भी शामिल हुए. जोगी कांग्रेस और ग्रामीणों ने इस मामले में सड़क पर बैठकर धरना प्रदर्शन करते हुए सड़क निर्माण नहीं होने की रिपोर्ट दर्ज कराई है. उन्होंने विभागीय अधिकारियों पर कार्रवाई करने की मांग की है.Demand for action on departmental officers
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भरेवापुरान की सड़कों का निर्माण नहीं: अजित जोगी युवा मोर्चा के जिला अध्यक्ष अश्वनी यदु ने कहा कि "भरेवपुरान में अनोखा मामला देखा गया, जहां सड़क का नामो निशान नहीं है. जिसकी एफआईआर की मांग की गई. पंडरिया ब्लॉक के भरेवापुरन से कंवलपुर तक नया सड़क निर्माण के लिए 47.20 लाख की राशि 20 दिसम्बर 2021 को जारी किया गया था. ठेकेदार द्वारा बकायदा प्रारम्भ दिनांक एवं कार्य पूर्णतः 6 माह बाद दिखाया गया, लेकिन धरातल पर किसी प्रकार का कोई कार्य नहीं हुआ है. इस मामले में जोगी कांग्रेस ने संबंधित ठेकेदार और अधिकारियों पर कार्रवाई की मांग की है.
तहसीलदार को सौंपा ज्ञापन: हम प्रधानमंत्री ग्राम सड़क योजना के अधिकारी से बात करना चाह रहे थे. लेकिन कोई अधिकारी आया ही नहीं. हम सच्चाई जानना चाहते थे, क्या पूर्ण पैसा निकला है या नहीं या ठेकेदार द्वारा गलत तरीके से बोर्ड लगा दिया गया है. अगर पैसा नहीं निकला है तो ठेकेदार के ऊपर कार्रवाई होनी चाहिए. ठेकेदार को ब्लैक लिस्टेड किया जाये और एफआईआर दर्ज होनी चाहिये. प्रदर्शन के बाद पंडरिया तहसीलदार को ज्ञापन सौपते हुए सड़क चोरी करने वालों के खिलाफ एफआईआर दर्ज करने की मांग की गई है.
तहसीलदार प्रकाश यादव ने बताया कि "जोगी कांग्रेस और ग्रामीणों के द्वारा सड़क की मांग को लेकर बीच सड़क पर बैठकर धरना प्रदर्शन किया गया, जहां विभागीय अधिकारी से बात करने पर त्योहार के बाद नवीन रूप से सड़क निर्माण करने की बात कही गई है."