कवर्धा: पंडरिया ब्लॉक के बिसेसरा गांव में मंगलवार को किसान महापंचायत का आयोजन किया गया. इस कार्यक्रम मे जिले भर से गन्ना किसान शामिल हुए और अपनी समस्याएं रखीं. इस दौरान 5 सूत्रीय मांगों पर प्रस्ताव तैयार हुआ है. किसानों ने 10 लोगों का प्रतिनिधिमंडल भी बनाया है, जो मुख्यमंत्री भूपेश बघेल से मिलकर अपनी मांग रखेंगे.
किसानों की 5 सूत्रीय मांगें-
- भोरमदेव सहकारी शक्कर कारखाना राम्हेपुर और सरदार वल्लभभाई पटेल सहकारी शक्कर कारखाना पंडरिया के किसानों को शेयर देने की मांग.
- दोनों शक्कर कारखाने के प्रारंभिक चरण में जिन किसानों के द्वारा शेयर खरीदा गया था, उस किसान को भी शेयर नामांतरण का अधिकार दिया जाए.
- दोनों शक्कर कारखानों में पहले की तरह ही शेयर धारक किसानों को रियायती दर पर 50 किलो शक्कर दी जाए.
- कारखानों में गन्ना बेचने के बाद राशि भुगतान की तिथि निर्धारित की जाए.
- गन्ना फसल के अच्छे उत्पादन से मिलने वाली अतिरिक्त रिकवरी राशि जल्द से जल्द दी जाए.
रायपुर: भोरमदेव सहकारी शक्कर कारखाने में PPP मॉडल से होगी इथेनॉल प्लांट की स्थापना
भुगतान के लिए करना पड़ता है इंतजार
किसान महापंचायत के आयोजक रवि चंद्रवंशी ने बताया कि जिले में अधिक मात्रा में गन्ना उत्पादन होता है. इसे देखते हुए शासन ने यहां दो सहकारी शक्कर कारखाना शुरू किया है, लेकिन यहां सभी गन्ना किसानों को शेयर नहीं दिया जा रहा है. शेयर नहीं मिलने के कारण किसान सस्ते दाम में गन्ना गुड़ फैक्ट्री में बेचने को मजबूर हैं. जो किसान गन्ना कारखाना में बेचते हैं, उन्हें भुगतान राशि के लिए दो से चार महीने का इंतजार करना पड़ता है.
दो साल बाद गन्ना किसानों को जारी हुई लाभांश की राशि, कांग्रेस ने लूटी वाहवाही, बीजेपी ने किया पलटवार
नहीं दिया जा रहा रियायती दर
रवि चंद्रवंशी ने बताया कि भोरमदेव सहकारी शक्कर कारखाने में 15 साल तक शेयरधारी किसानों को रियायती दर पर 50 किलो शक्कर दिया जाता था, जिसे दो सालों से बंद कर दिया है. इन्हीं सभी समस्याओं को लेकर जिलेभर के गन्ना किसानों ने इस महापंचायत का आयोजन किया था.