कवर्धा : मुख्यमंत्री की ओर से टोकनधारी किसानों के धान खरीदी के निर्देश दिए गए थे, लेकिन कई दिन बीत जाने के बाद भी उपार्जन केंद्र में धान खरीदी शुरू नहीं की गई. वहीं केंद्रों में रखे हुए धान भी भीगने के साथ-साथ सड़ने लगे हैं. इसे लेकर किसानों ने चिंता जताई है.
9 लाख क्विंटल धान की नहीं हुई खरीदी
दरअसल, धान खरीदी के दौरान जिले में बारदाने की कमी के चलते किसानों का धान नहीं बिक पाया था और शासन की ओर से दी गई धान खरीदी की आखिरी तिथि 20 फरवरी भी समाप्त हो गई. इसके कारण जिले के लगभग 13 हजार किसानों के लगभग 9 लाख क्विंटल धान नहीं बिक पाए हैं, ऐसे में गुस्साए किसानों की ओर से पूरे जिले में चक्काजाम और धरना प्रदर्शन किया जा रहा है.
बता दें कि भूपेश सरकार ने टोकनधारी किसानों का धान खरीदी करने का फैसला लिया है. लेकिन कई दिन बीत जाने के बाद भी अब तक धान खरीदी शुरू नहीं हुई है. ऐसे में अगर शासन और प्रशासन की तरफ से जल्द धान खरीदी शुरू नहीं की जाती है तो किसानों का धान पूरी तरह सड़ जाएगा और किसानों की भारी नुकसान उठना पड़ेगा.