कवर्धा: जिले के शासकीय अनुसूचित जाति आदर्श कन्या आश्रम में बनाए गए क्वॉरेंटाइन सेंटर में प्रवासी श्रमिकों को कोरोना संक्रामक से लड़ने के लिए सुबह-शाम योग कराया जा रहा है. योग कराने का उद्देश्य रोग प्रतिरोधक क्षमता को बढ़ान है.
योग के अलावा लोगों को मानसिक तनाव से दूर रखने के लिए टेलीविजन (TV) की व्यवस्था भी की गई है. जहां क्वॉरेंटाइन सेंटर में रह रहे प्रवासी श्रमिक रामायाण, महाभारत और श्रीकृष्णा जैसे धार्मिक धारावाहिक दिखाया जा रहा है. लोगों को गले में खरास और सामान्य सर्दी-खांसी से निजात दिलाने के लिए आयुर्वेदिक काढ़ा भी पिलाया जा रहा है.
लॉकडाउन में लखनऊ में फंसे थे श्रमिक
क्वॉरेंटाइन सेंटर में रह रहे प्रवासी श्रमिकों ने बताया कि, वे लोग उत्तर प्रदेश के लखनऊ में फंसे हुए थे. जिसके बाद उन्होंने मुख्यमंत्री भूपेश बघेल और कवर्धा विधायक मोहम्मद अकबर से मदद मांगी थी. जिसके बाद विशेष ट्रेन से सभी छत्तीसगढ़ के भाटापारा स्टेशन पहुंचे. जहां कबीरधाम जिले के अधिकारी-कर्मचारी स्टेशन से उन्हें उनके गांव लेकर आये हैं.
कोरोना से डर रहे थे
श्रमिकों ने आगे बताया कि वे लोग डर गए थे. क्योंकि उन्हें लग रहा था कि अगर वे सीधे घर जाएंगे और अगर वे कोरोना से संक्रमित हुए तो उनके परिवार के लोग भी संक्रमित हो जाएंगे. हालांकि जिले के अधिकारियों ने उन्हें 15 दिनों के लिए गांव से बाहर ही क्वॉरेंटाइन में रख दिए हैं. श्रमिकों ने बताया कि उन्हें नहीं मालूम था कि क्वॉरेंटाइन क्या है. लेकिन अधिकारियों के समझाने पर वे लोग समझ गए हैं. सभी ने प्रशासन की व्यस्था को देख सरकार की तारीफ की है. श्रमिकों ने बताया कि जिले के अधिकारी उनका अच्छे से ख्याल रख रहे हैं, समय पर सभी को खाना मिल रहा है. इसके अलावा क्वॉरेंटाइन सेंटर में मनोरंजन की सभी सुविधाएं उपलब्ध है.