कवर्धा : कवर्धा जिला प्रदेश में धान की खेती के लिए मशहूर है, लेकिन जिले के कई गांव के किसान इन दिनों धान की बाली समय से पहले निकल आने से चिंतित हैं. बताया जा रहा है कि जिस हाईब्रिड बीज के बाली सामान्यतौर पर 140 दिन में निकलने चाहिए, वे सिर्फ 50 से 60 दिनों में निकल रहे हैं.
किसानों ने बताया कि 'लगभग 130 एकड़ में धान की हाईब्रिड बीज फोर्ड 140 का फसल बोया गया था, जिसमें सिर्फ 50 से 60 दिनों में धान की बालियां निकल आई हैं, जबकि सामान्यतौर पर इस बीज की बालियां 140 दिन में निकलती हैं'.
ऐसे में किसानों को चिंता सताने लगी है कि उनके पैदावार में गिरावट आएगी, जिससे प्रभावित किसान अब सरकार के समर्थन मूल्य पर अपने धान की फसल खरीदी केंद्रों में नहीं बेच सकेंगे.
बीज केंद्रों की जांच की जायेगी
ग्रामीणों ने मामले की जानकारी कृषि अधिकारी को दी है, जिस पर अधिकारी ने कहा कि 'इस मामले में उन बीज केंद्रों की जांच की जायेगी, जहां से इन किसानों ने यह बीज खरीदा था. वर्तमान में इस कंपनी का बीज नहीं मिलने की बात कही है'.
बिन बुलाई समस्या से परेशान
बता दें कि कांग्रेस सरकार ने धान का समर्थन मूल्य 25 सौ रुपये प्रति क्विंटल की दर पर खरीदने की घोषणा की थी. घोषणा के बाद कवर्धा जिले में धान की खेती का रकबा भी बढ़ा, लेकिन किसान अब बिन बुलाई समस्या से परेशान है.