कवर्धा: जिले में कांग्रेस के अध्यक्ष ने 11 पार्टी के पदाधिकारी और कार्यकर्ताओं को बाहर का रास्ता दिखा दिया था. इस कार्रवाई की गूंज जब रायपुर में प्रदेश अध्यक्ष के कानों तक पहुंची तो उन्होंने तत्काल इस आदेश को रद्द करने का आदेश जिलाध्यक्ष को दिया. साथ ही उनसे जवाब तलब भी किया.
एक्शन पर रिएक्शन क्यों?: कवर्धा जिला कांग्रेस के अध्यक्ष होरीराम साहू ने 28 नवंबर की शाम को एक शिकायत को गंभीरता से लिया. पंडरिया विधानसभा से कांग्रेस प्रत्याशी नीलकंठ चंद्रवंशी के पीसीसी में किए शिकायत को आधार बनाया. युवा कांग्रेस प्रदेश उपाध्यक्ष तुकाराम चन्द्रवंशी, पिछड़ा वर्ग आयोग के सदस्य और कांग्रेस के पूर्व जिलाध्यक्ष महेश चन्द्रवंशी समेत 11 कांग्रेस कार्यकर्ताओं पर पार्टी प्रत्याशी के खिलाफ काम करने और पार्टी की छवि धूमिल करने का आरोप लगाते हुए कांग्रेस से बाहर का रास्ता दिखा दिया.इस कार्रवाई के शिकार लोग रायपुर कांग्रेस दफ्तर में अपनी व्यथा लेकर पहुंचे. प्रदेश अध्यक्ष दीपक बैज से गुहार लगाई, अपना पक्ष रखा. फिर शुरू हुआ एक्शन पर रिएक्शन का दौर.
प्रदेश अध्यक्ष ने दिखाई गंभीरता: प्रदेश अध्यक्ष दीपक बैज के आदेश पर प्रभारी महामंत्री मलकीत सिंह गैदू ने कांग्रेस जिला अध्यक्ष होरीराम साहू को नोटिस जारी किया. जिसमें पूछा गया कि, पंडरिया विधानसभा के 11 कार्यकर्ताओं पर जो एक्शन लिया गया. उसके बारे में प्रदेश अध्यक्ष को क्यों नहीं जानकारी दी गई. उन्होंने इस कार्रवाई को अनुशासन के विरुद्ध बताया और तत्काल इस आदेश को रद्द करने का आदेश दिया. साथ ही जिलाध्यक्ष से 24 घंटे के भीतर जवाब भी मांगा गया है.
असमंजस में जिलाध्यक्ष: इस मामले में जब ईटीवी की टीम ने जिलाध्यक्ष होरीराम साहू से बातचीत की तो वे जवाब देने से बचते नजर आए.अब देखना होगा कि, इस पॉलिटिकल फैसले का पटाक्षेप कैसे होता है.