कवर्धा: हाथियों ने मंगलवार रात Daldali village में मकान को तोड़ दिया और अनाज खा गए. घटना के दौरान परिवार मकान में सो रहा था. बमुश्किल परिवार बच्चों को लेकर भागे और अपनी जान बचाई. वे रात भर ठंड में ठिठरते रहे और हाथियों के जाने का इंतजार करते रहे. सुबह जब हाथी वहां से चले गए तब परिवार अपने घर लौटा.
कहां से आए हाथी : Kawardha के गांवों में उत्पात मचा रहा हाथी दल मध्यप्रदेश के kanha tiger reserve से निकालकर सोमवार रात जिले के बोड़ला ब्लॉक के अंतिम छोर पर बसे दो गांव धनवाही और चेंद्रादार में घुस आए थे. हाथियों ने गांव में कुछ मकानों को तोड़ दिया और घर के अंदर रखे अनाज को खा गए. इसके बाद मंगलवार की रात दलदली गांव में हाथियों ने दो ग्रामीणों के मकानों को तोड़कर अनाज खाया. अब ग्रामीण वन विभाग से मुआवजे की मांग कर रहे हैं.
पहले भी आ चुका है हाथी दल : इस बार हाथियों का दल जिले में दो महीने बाद आया है. पिछली बार 6 हाथियों के दल ने अक्टूबर माह में पंडरिया ब्लॉक के रुखमीदादर, तेलियापानी और लेदरा में उत्पात मचाया था. उसके बाद ये दल मध्यप्रदेश के जंगल की ओर चला गया था. अब फिर से दो महीने बाद हाथी दल वापस लौटा है. यह दल धीरे धीरे Achanakmaar tiger reserve की तरफ बढ़ रहा है.
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डीएफओ का बयान : जिले के Kawardha Forest Department अधिकारी चूड़ामणि सिंह ने बताया कि ''हाथियों का दल मध्यप्रदेश से अचानकमार टाइगर रिजर्व की ओर जा रहे हैं. इस दौरान रास्ते में भोजन के लिए कुछ एक मकानों के अनाज को खाने की सूचना मिली है. मकान को नुकसान हुआ है. वन विभाग की टीम ने तत्काल घटना स्थल पहुंच कर मुआयना कर लिया है. सीमा से लगे गांव को अलर्ट जारी किया है.''