कवर्धा: कोरोना वायरस के बढ़ते संक्रमण की वजह से किए गए लॉकडाउन ने लाखों मजदूरों को बेरोजगार कर दिया है, जिसकी वजह से वे अपने-अपने घर लौट रहे हैं. छत्तीसगढ़ के मजदूर भी प्रदेश वापस लौट रहे हैं. पंडरिया के माकरी में 14 मजदूर तेलंगाना से वापस लौटे हैं. जिन्हें कोरोना वायरस के डर से स्कूल में बने राहत शिविर में भेजा गया. स्वास्थ्य विभाग की ओर से सभी 14 मजदूरों का हेल्थ चेकअप कर सैंपल लिया गया.
तेलंगाना से आए इन मजदूरों को देखकर पूरे गांव में अफरातफरी मच गई थी. सभी कोरोना वायरस की बीमारी से डरे हुए हैं. ऐसे में बाहर से आने-जाने वालों से वे डर रहे हैं. मजदूरों को राहत शिविर में भेजा गया है. सरपंच ने श्रमिकों के आने की जानकारी स्वास्थ्य विभाग को दी, जिसके बाद सभी 14 लोगों का सैंपल लिया गया. इनमें महिलाएं, बुजुर्ग और बच्चे शामिल हैं. मजदूरों ने बताया कि गांव के सरपंच ने उन्हें गांव में बने स्कूल के राहत शिविर में रुकवाया है. जहां खाने-पीने के पूरी व्यवस्था की गई है.
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आपको बता दें कि कोरोना वायरस के कारण लगे लॉकडाउन में करीब डेढ़ महीने से दूसरे राज्यों में मजदूर फंसे हुए हैं. कोई पैदल अपने घरों के लिए रवाना हो रहा है तो कोई साइकिल से अपने गृहग्राम की तरफ लौट पड़ा है. लॉकडाउन का सबसे ज्यादा असर इन मजदूरों पर ही पड़ा है. अभी भी कई मजदूर दूसरे राज्यों में फंसे हुए हैं. उनके पास न तो काम है और न ही दो वक्त की रोटी के लिए पैसे, ऐसे में वे किसी भी तरह अपने घर वापस आना चाहते हैं.