कवर्धा: Computer operator sacked for bribery in Kawardha कवर्धा में धान पंजीयन के नाम पर किसानों से घूसखोरी का मामला सामने आया था. यहां कंप्यूटर ऑपरेटर पर घूस लेने का आरोप लगा था. जिसके बाद कवर्धा कलेक्टर जन्मेजय महोबे ने कंप्यूटर ऑपरेटर को बर्खास्त करने का निर्देश दिया. उसके बाद कंप्यूटर ऑपरेटर कुलदीप चंद्राकर को बर्खास्त कर दिया गया है.Kawardha crime news
क्या है पूरा मामला: कवर्धा के पंडरिया विकासखंड के कोदवागोडान सेवा सहकारी समिति के कंप्यूटर ऑपरेटर कुलदीप चंद्राकर पर रिश्वत का आरोप लगा था. किसानों ने आरोप लगाया था कि कंप्यूटर ऑपरेटर कुलदीप चंद्राकर किसानों से पंजीयन के एवज में एक एक हजार रुपये घूस ले रहा है. मामले की शिकायत हुई. उसके बाद जिला प्रशासन ने इसे गंभीरता से लिया है.
कंप्यूटर ऑपरेटर को बर्खास्त करने के कलेक्टर ने दिए निर्देश: किसानों की शिकायत पर कलेक्टर जन्मेजय महोबे ने पंडरिया विकासखण्ड के कोदवागोडान सेवा सहकारी समिति के ऑपेरेटर कुलदीप चन्द्राकर को सेवा से बर्खास्त करने के निर्देश दिए. कलेक्टर के निर्देश पर अपर कलेक्टर ने जिला उपपंजीयक सहकारी संस्थाएं को इस संबंध में आवश्यक दिशा निर्देश दिए हैं.
किसान ने की थी शिकायत:दरअसल कोदवागोडान सेवा सहकारी समिति के अंतर्गत ग्राम मंझोलीरवन के किसान पुनीत राम पट्टा द्वारा कलेक्टर से शिकायत की गई थी. इस शिकायत में कहा गया था कि सेवा सहकारी समिति के कम्यूटर ऑपरेटर कुलदीप चन्द्राकर द्वारा धान विक्रय पंजीयन कराने के एवज में प्रति किसान एक-एक हजार रूपए की मांग की जाती है. शिकायतकर्ता ने दूसरे दिन ऑपरेटर के घर पहुंच कर चार किसानों की पंजीयन की राशि चार हजार रूपए भी नगद दिए. शिकायतकर्ता द्वारा यह भी बताया कि इस ऑपरेटर को पैसे देते हुए मोबाइल से इसका वीडियो भी बनाया गया है. शिकायत में इस पूरे प्रकरण के साक्ष्य भी दिए गए. कलेक्टर जन्मेजय महोबे द्वारा धान खरीदी एवं किसानों से जुड़े प्रकरण को संज्ञान में लिया गया और उपपंजीयक सहकारी संस्थाएं को निर्देशित करते हुए कहा गया कि "धान विक्रय पंजीयन कराने के एवज में चार किसानों से रिश्वत के रूप में प्राप्त राशि को किसानों को वापस लौटाया जाए. इसके साथ ही कंप्यूटर ऑपरेटर को बर्खास्त किया जाए.