ETV Bharat / state

ठंड का कहर जारी, गलन से 8 मवेशियों की मौत - 3 डिग्री के निचे जा चुका था तापमान

पारा 3 डिग्री से भी नीचे जा चुका है, जिस कारण ठंड से अकड़कर 8 मवेशियों की मौत हो गई है.

8 animal die due to cold
अकड़कर 8 मवैशियों की मौत
author img

By

Published : Jan 4, 2020, 10:52 AM IST

Updated : Jan 4, 2020, 12:50 PM IST

कवर्धा: जिले मे ठंड से अकड़कर 8 मवेशियों की मौत हो गई. जिले में एक सप्ताह से रुक-रुककर बारिश के बाद जबरदस्त ठंड देखने को मिल रही है. वनांचल क्षेत्रों मे पारा 3 डिग्री से नीचे जा चुका है. इंसान तो ठंड से बचने गर्म कपडे़ और अलाव का साहारा ले कर ठंड को दूर कर लेते हैं. लेकिन बेजुबान जानवर इसका शिकार बन रहे हैं.

अकड़कर 8 मवैशियों की मौत

3 डिग्री के नीचे जा चुका है तापमान
कवर्धा जिले में दो दिन हुई तेज बारिश के बाद कड़ाके की ठंड पड़ रही है. जिले के वनांचल क्षेत्रों मे तापमान 3 डिग्री के नीचे जा चुका है. इंसान ठंड से बचने के लिए गर्म कपडे पहनकर और अलाव का सहारा लेकर खुद की जान तो बचा रहे हैं, लेकिन इसका असर बेजुबान जानवरों पर देखने को मिले रहा है. इसी की वजह से जिले के वनांचल ग्राम नेउर में 8 मवेशी की ठंड के कारण मौत हो गई है.

सरकार की तरफ से कोई व्यवस्था नहीं
लोगों का कहना है कि 'वनांचल क्षेत्र में एक सप्ताह से रुक-रुककर बारिश से ठंड का प्रकोप बढ़ गया है और लोग घर से बाहर नहीं निकल नहीं पा रहे हैं. इससे जनजीवन प्रभावित हो रहा है. ग्रामीणों ने अपने मवेशियों को चारा चरने के लिए बाहर खुले में छोड देते हैं, ताकि मवेशी चारा चर सके लेकिन मवेशी जब चारा चर कर रात को घर नहीं लौटे तो सुबह ग्रामीण मवेशियों को खोजने निकले, लेकिन उन्हें मवेशी सड़क पर मृत हालत मे मिले, गांव के 8 मवेशी ठंड से दम तोड चुके थे, इससे अंदाज लगाया जा सकता है, कि ठंड कितनी जबरदस्त होगी.ग्रामीणों का कहना है कि 'सरकार कि योजना के तहत गांव के सरपंच-सचिव की ओर से गोठान बनाया गया होता और मवेशियों के लिए चारा की व्यवस्था की गई होती तो शायद मवेशियों की जान नहीं जाती'.

कवर्धा: जिले मे ठंड से अकड़कर 8 मवेशियों की मौत हो गई. जिले में एक सप्ताह से रुक-रुककर बारिश के बाद जबरदस्त ठंड देखने को मिल रही है. वनांचल क्षेत्रों मे पारा 3 डिग्री से नीचे जा चुका है. इंसान तो ठंड से बचने गर्म कपडे़ और अलाव का साहारा ले कर ठंड को दूर कर लेते हैं. लेकिन बेजुबान जानवर इसका शिकार बन रहे हैं.

अकड़कर 8 मवैशियों की मौत

3 डिग्री के नीचे जा चुका है तापमान
कवर्धा जिले में दो दिन हुई तेज बारिश के बाद कड़ाके की ठंड पड़ रही है. जिले के वनांचल क्षेत्रों मे तापमान 3 डिग्री के नीचे जा चुका है. इंसान ठंड से बचने के लिए गर्म कपडे पहनकर और अलाव का सहारा लेकर खुद की जान तो बचा रहे हैं, लेकिन इसका असर बेजुबान जानवरों पर देखने को मिले रहा है. इसी की वजह से जिले के वनांचल ग्राम नेउर में 8 मवेशी की ठंड के कारण मौत हो गई है.

सरकार की तरफ से कोई व्यवस्था नहीं
लोगों का कहना है कि 'वनांचल क्षेत्र में एक सप्ताह से रुक-रुककर बारिश से ठंड का प्रकोप बढ़ गया है और लोग घर से बाहर नहीं निकल नहीं पा रहे हैं. इससे जनजीवन प्रभावित हो रहा है. ग्रामीणों ने अपने मवेशियों को चारा चरने के लिए बाहर खुले में छोड देते हैं, ताकि मवेशी चारा चर सके लेकिन मवेशी जब चारा चर कर रात को घर नहीं लौटे तो सुबह ग्रामीण मवेशियों को खोजने निकले, लेकिन उन्हें मवेशी सड़क पर मृत हालत मे मिले, गांव के 8 मवेशी ठंड से दम तोड चुके थे, इससे अंदाज लगाया जा सकता है, कि ठंड कितनी जबरदस्त होगी.ग्रामीणों का कहना है कि 'सरकार कि योजना के तहत गांव के सरपंच-सचिव की ओर से गोठान बनाया गया होता और मवेशियों के लिए चारा की व्यवस्था की गई होती तो शायद मवेशियों की जान नहीं जाती'.

Intro:कवर्धा जिले मे ठंड से अकडकर 08 मवैशियों की मौत हो गई। जिले मे हो रही एक सप्ताह से रुक-रुककर बारिश के बाद जबरदस्त ठंड देखने को मिल रहा है। वनांचल क्षेत्रों मे पारा 03 डिग्री से निचे जा चुका है। इंशान तो ठंड से बचने गर्म कपडे और अलावा का साहारा ले कर ठंड को दुर कर लेते है। लेकिन बेजुबान जानवर इसका शिकार हो रहे है।Body:कवर्धा जिले मे दो दिन हुई तेज बारिश के बाद कडाके की ठंड बढ गई है।जिले के वनांचल क्षेत्रों मे तापमान 3 डिग्री के निचे जा चुका है। इंशान ठंड से बचने गर्म कपडे पहनकर और अलावा का सहारा लेकर खुद की जान तो बचा रहे है। लेकिन इसका असर बेजुबान जानवरों पर देखने को मिले रहा है। इसी के चलते जिले के वनांचल ग्राम नेउर मे 08 मवैशी ठंड के कारण मौत हो गई है। लोगों का कहना है कि वनांचल क्षेत्र मे एक सप्ताह से रुक-रुककर हो रही बारिश से ठंड का प्रकोप काफी बड गया है, और लोग घर से बहार नही निकल नहीं पा रहे है। इससे जनजीवन काफी प्रभावित हुआ है।रोजमर्रा के जीवन जिने वालों के लिए भोजन व्यवस्था करना बहुत मुस्किल हो चुका है, तो ऐसे मे मवैशियों के लिए जंगल जाकर चारा की व्यवस्था करना बहुत मुस्किल काम है,ऐसे मे ग्रामीण अपनी मवैशियों को चारा चरने के लिए बहार खुला छोड दिऐ थे ताकि मवैशी चारा चर सके लेकिन मवैशी जब चारा चर कर रात को घर नही लौटे तो सुबह ग्रामीणों ने मवैशियों को सुबह ढुंढने निकले, लेकिन उन्हें मवैशी सड़क पर मृत हालत मे मिले, गाँव के 08 मवैशी ठंड से दम तोड दिऐ थे इससे अंदाज लगाया जा सकता है, कि ठंड कितने जबरदस्त होगी।ग्रामीणों का कहना है कि सरकार कि योजना के तहत गाँव के सरपंच-सचिव द्वारा गोठान बनाया गया होता और मवैशियों के लिए चारा की व्यवस्था की गई होती तो शायद मवैशियों की जान नही जाती।Conclusion:बाईट - ग्रामीण
Last Updated : Jan 4, 2020, 12:50 PM IST
ETV Bharat Logo

Copyright © 2025 Ushodaya Enterprises Pvt. Ltd., All Rights Reserved.