कवर्धा : जिले में भाजपा कार्यकर्ताओं ने अपने चार सूत्री मांगों को लेकर कलेक्टर कार्यालय का घेराव किया है. इस दौरान पूर्व सांसद अभिषेक सिंह, भाजयुमो प्रदेश अध्यक्ष विजय शर्मा समेत सैकड़ों कार्यकर्ता और आदिवासी समाज के लोग उपस्थित रहे. कलेक्टर कार्यालय का घेराव करने निकले भाजपा कार्यकर्ताओं को पुलिस बल ने बेरिकेट्स लगा कर रोकने की कोशिश की इस दौरान भाजपाइयों और पुलिस के बीच हल्की धक्का-मुक्की भी हुई.
24 जुलाई 2019 को आबकारी विभाग के कंट्रोल रूम में अवैध शराब बेचने के आरोप मे लाए गए आदिवासी युवक हरिचंद बैगा का शव कंट्रोल रूम के बाथरूम में फांसी के फंदे पर लटका मिला था. इस मामले में भाजपा कार्यकर्ता और मृतक के परिजनों ने आबकारी विभाग पर हरिचंद को प्रताड़ित करने का आरोप लगाया था. मामले के संज्ञान में आने पर कैबिनेट मंत्री और कवर्धा विधायक मोहम्मद अकबर ने आबकारी विभाग में पदस्थ उपनिरीक्षक लिना सिंह समेत आबकारी आरक्षक को निलंबित और होमगार्ड को बरखास्त करने का आदेश दिया था.
साथ ही परिजनों को आश्वासन दिया था कि जांच के बाद संबंधित आरोपी पर कारवाई की जाएगी. मामले को आज एक महीने बीत चुके है लेकिन अब तक इस ओर कोई कार्रवाई नहीं की गई है. इस मामले को लेकर गुरुवार को भाजयुमो के कार्यकर्ताओं ने कलेक्ट्रेट का घेराव कर जमकर नारेबाजी की और चार सूत्री मांगों को लेकर कलेक्टर को ज्ञापन सौंपा है.
ये है मांग-
- हरिचंद मेरावी की पत्नी को सरकारी नौकरी मिलनी चाहिए.
- परिवार को 25 लाख रुपए मुआवजा देना चाहिए.
- जिन अधिकारियों द्वारा मृतक को गिरफ्तार कर कस्टडी में लाया गया था उन्हें बरखास्त किया जाए.
- चिल्फी थाना मे 15 अज्ञात लोगों के खिलाफ बलवा का मामला दर्ज किया गया है उसे वापस लिया जाए.
पूर्व सांसद अभिषेक सिंह ने कहा कि हम मृतक हरिचंद के परिजनों के लिए प्रशासन से 4 मांगों लेकर आऐ हुऐ थे उन्होंने आश्वासन दिया है. इस संबंध में कलेक्टर अवनीश शरण ने कहा है कि जिला प्रशासन ने तत्काल इस मामले में कारवाई की और आगे की कार्रवाई जांच के आधार पर की जाएगी.