कवर्धा : आदिवासी नाबालिग से दुष्कर्म का मामला तूल पकड़ता जा रहा है. दुष्कर्म मामले में ABVP के छात्रों ने कलेक्ट्रेट का घेराव करने की कोशिश की. मौके पर मौजूद पुलिस ने छात्रों को रास्ते में ही रोक लिया. इस बीच पुलिस और प्रदर्शनकारियों के बीच जमकर झूमा-झटकी हुई. प्रदर्शनकारियों ने पुलिस पर दुर्व्यवहार और गाली-गलौच का भी आरोप लगाया है.
सभी आरोपी गिरफ्तार
प्रदर्शनकारियों का आरोप है कि नाबालिग से गैंगरेप वारदात में पहले सिर्फ एक आरोपी को गिरफ्तार किया गया था. इसके बाद मामले में तूल पकड़ता देख अन्य 4 आरोपियों को गिरफ्तार किया गया. जबकि नाबालिग हमेशा से उसके साथ गैंगरेप की बात कहती रही. छात्रों का आरोप है कि पुलिस चारों आरोपियों को बचाने की कोशिश कर रही थी. अब जब आरोपी पकड़ा गए हैं तो उनपर कड़ी कार्रवाई की जाए और जमानत न मिले.
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क्या है पूरा मामला
बीते दिनों होलीक्रॉस स्कूल की सिस्टर ने मध्यप्रदेश के मोतीलाल क्षेत्र की एक आदिवासी नाबालिग को बहला फुसला कर कवर्धा ले गई. जहां उसके साथ गैंगरेप किया गया. इसके बाद बिना किसी को कुछ बताए सिस्टर ने नाबालिग को आंध्रप्रदेश ले गई. वहां बच्ची को डराया धमकाया गया. मौके पाकर बच्ची ने इसकी जानकारी घर वालों को दी.
कवर्धा में 22 नवंबर को आदिवासी नाबालिग लड़की से कुछ लड़कों ने सामूहिक दुष्कर्म किया था. तब पुलिस ने सामूहिक दुष्कर्म को केवल दुष्कर्म बताया था. लड़की के प्रेमी को ही आरोपी बनाया गया था. इस बीच क्षेत्र के सांसद ने भी मामले में गड़बड़ी की बात की थी. सड़क पर उतरकर फिर से जांच की मांग भी की थी. वारदात के लगभग 14 दिन बाद सिटी कोतवाली पुलिस ने तीन नाबालिग समेत चार और आरोपियों को गिरफ्तारी किया था. सामूहिक दुष्कर्म का मामला कायम कर लड़की का बयान मजिस्ट्रेट के सामने दर्ज कराया गया था. साथ ही अब पूरे मामले को सामूहिक दुष्कर्म मानकर फिर से जांच की जा रही है.