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कवर्धा की 11 ग्राम पंचायत के धान संग्रहण केंद्रों में होगा 37 चबूतरों का निर्माण

कवर्धा जिले के 11 धान संग्रहण केन्द्रों में 37 नए धान चबूतरे बनाए जाएंगे. प्रथम चरण के 215 धान चबूतरा का निर्माण कार्य पूर्ण होने के बाद दूसरे चरण के लिए 37 नए कार्यों की स्वीकृति मिली है. महात्मा गांधी नरेगा योजना और 14वें वित्त योजना के अभिसरण से यह निर्माण कार्य होगा.

37 platforms to be constructed in paddy collection centers of 11 gram panchayat of Kawardha
कवर्धा में होगा 37 चबूतरे का निर्माण
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Published : Oct 10, 2020, 3:09 PM IST

Updated : Oct 10, 2020, 5:10 PM IST

कवर्धा: छत्तीसगढ़ सरकार की प्राथमिक योजना में सम्मिलित कृषि उपज को सुविधायुक्त रखने के लिए ग्रामीण क्षेत्रों में संसाधनों का विकास करने के लिए जिले की 11 ग्राम पंचायतों में 37 नए धान चबूतरा का निर्माण कराया जा रहा है. धान संग्रहण केन्द्रों में किए जाने के लिए काम की स्वीकृति कवर्धा जिला पंचायत ने दी है. दूसरे चरण में बनने वाले धान चबूतरा के लिए खाद्य विभाग से जानकारी जिला पंचायत को उपलब्ध कराई गई थी, जिसके आधार पर कार्यों को किया जाना है.

37 platforms to be constructed in paddy collection centers of 11 gram panchayat of Kawardha
कवर्धा में होगा 37 चबूतरे का निर्माण

महात्मा गांधी राष्ट्रीय ग्रामीण रोजगार गारंटी योजना और 14वें वित्त योजना के साथ होने वाला यह कार्य जनपद पंचायत कवर्धा के ग्राम पंचायत बिरकोना, धरमपुरा, सोनपूरी रानी एवं रेवली में किया जाएगा. इसी तरह जनपद पंचायत बोड़ला के हरिनछपरा ग्राम पंचायत, खड़ौदाकला, पोड़ी, सारंगपूरकला और मिनमिनिया मैदान में कराया जाना है.

जिले के 77 धान संग्रहण केन्द्र होंगे सीधे लाभान्वित

जनपद पंचायत पंडरिया के रैतापरा ग्राम पंचायत और चारभाटाखुर्द में धान चबूतरा निर्माण काम किया जाएगा. जिला पंचायत कवर्धा से मिली जानकारी के मुताबिक जिले में विभिन्न 66 धान संग्रहण केन्द्रों में 215 धान चबूतरा का निर्माण कार्य प्रथम चरण में कराया गया था, जो कि अब पूरा हो गया है. इसके बाद अब दूसरे चरण में 37 धान चबूतरा का निर्माण 11 केन्द्रों के लिए कराया जा रहा है. इसी तरह जिले के 77 धान संग्रहण केन्द्र सीधे लाभान्वित होंगे.

पढ़ें: छत्तीसगढ़: इस साल हो सकती है धान की बंपर पैदावार, कहीं मुश्किल में न फंस जाए सरकार

कलेक्टर ने धान चबूतरा बनाने के लिए मनरेगा से कार्य की स्वीकृति दी है. इन कार्यों को 14वें वित योजना के राशि से अभिसरण द्वारा कराया जा रहा है. साथ ही इस सभी निर्माण कार्यों के लिए ग्राम पंचायत को निर्माण एजेंसी बनाया गया है. जिला पंचायत के मुख्य कार्यपालन अधिकारी विजय दयाराम ने बताया कि दूसरे चरण में 37 धान चबूतरा निर्माण कराने की स्वीकृति 74 लाख रूपये की लागत से दिया गया है.

ग्रामीणों को मिलेगा रोजगार

मनरेगा से होने वाले इस कार्य में ग्रामीणों को रोजगार मिलेगा और साथ ही 11 धान उर्पाजन केन्द्रों में चबूतरा बन जाने से धान को सुरक्षित रखने की व्यवस्था सुनिश्चित हो सकेगी, जिससे धान को गीला होकर खराब होने से बचाया जा सकेगा. जिला पंचायत के सीईओ ने बताया कि पूर्व में 66 धान उर्पाजन केन्द्रों में चबूतरे का निर्माण पूरा कराया जा चुका है. वर्तमान में होने वाले इस निर्माण कार्य को नवंबर महीने के दूसरे हफ्ते तक पूरी करने का लक्ष्य रखा गया है.

कवर्धा: छत्तीसगढ़ सरकार की प्राथमिक योजना में सम्मिलित कृषि उपज को सुविधायुक्त रखने के लिए ग्रामीण क्षेत्रों में संसाधनों का विकास करने के लिए जिले की 11 ग्राम पंचायतों में 37 नए धान चबूतरा का निर्माण कराया जा रहा है. धान संग्रहण केन्द्रों में किए जाने के लिए काम की स्वीकृति कवर्धा जिला पंचायत ने दी है. दूसरे चरण में बनने वाले धान चबूतरा के लिए खाद्य विभाग से जानकारी जिला पंचायत को उपलब्ध कराई गई थी, जिसके आधार पर कार्यों को किया जाना है.

37 platforms to be constructed in paddy collection centers of 11 gram panchayat of Kawardha
कवर्धा में होगा 37 चबूतरे का निर्माण

महात्मा गांधी राष्ट्रीय ग्रामीण रोजगार गारंटी योजना और 14वें वित्त योजना के साथ होने वाला यह कार्य जनपद पंचायत कवर्धा के ग्राम पंचायत बिरकोना, धरमपुरा, सोनपूरी रानी एवं रेवली में किया जाएगा. इसी तरह जनपद पंचायत बोड़ला के हरिनछपरा ग्राम पंचायत, खड़ौदाकला, पोड़ी, सारंगपूरकला और मिनमिनिया मैदान में कराया जाना है.

जिले के 77 धान संग्रहण केन्द्र होंगे सीधे लाभान्वित

जनपद पंचायत पंडरिया के रैतापरा ग्राम पंचायत और चारभाटाखुर्द में धान चबूतरा निर्माण काम किया जाएगा. जिला पंचायत कवर्धा से मिली जानकारी के मुताबिक जिले में विभिन्न 66 धान संग्रहण केन्द्रों में 215 धान चबूतरा का निर्माण कार्य प्रथम चरण में कराया गया था, जो कि अब पूरा हो गया है. इसके बाद अब दूसरे चरण में 37 धान चबूतरा का निर्माण 11 केन्द्रों के लिए कराया जा रहा है. इसी तरह जिले के 77 धान संग्रहण केन्द्र सीधे लाभान्वित होंगे.

पढ़ें: छत्तीसगढ़: इस साल हो सकती है धान की बंपर पैदावार, कहीं मुश्किल में न फंस जाए सरकार

कलेक्टर ने धान चबूतरा बनाने के लिए मनरेगा से कार्य की स्वीकृति दी है. इन कार्यों को 14वें वित योजना के राशि से अभिसरण द्वारा कराया जा रहा है. साथ ही इस सभी निर्माण कार्यों के लिए ग्राम पंचायत को निर्माण एजेंसी बनाया गया है. जिला पंचायत के मुख्य कार्यपालन अधिकारी विजय दयाराम ने बताया कि दूसरे चरण में 37 धान चबूतरा निर्माण कराने की स्वीकृति 74 लाख रूपये की लागत से दिया गया है.

ग्रामीणों को मिलेगा रोजगार

मनरेगा से होने वाले इस कार्य में ग्रामीणों को रोजगार मिलेगा और साथ ही 11 धान उर्पाजन केन्द्रों में चबूतरा बन जाने से धान को सुरक्षित रखने की व्यवस्था सुनिश्चित हो सकेगी, जिससे धान को गीला होकर खराब होने से बचाया जा सकेगा. जिला पंचायत के सीईओ ने बताया कि पूर्व में 66 धान उर्पाजन केन्द्रों में चबूतरे का निर्माण पूरा कराया जा चुका है. वर्तमान में होने वाले इस निर्माण कार्य को नवंबर महीने के दूसरे हफ्ते तक पूरी करने का लक्ष्य रखा गया है.

Last Updated : Oct 10, 2020, 5:10 PM IST
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