जशपुर: छत्तीसगढ़ में धान खरीदी जोरों पर जारी है. उपार्जन केंद्रों में किसानों की कतारें लगी है. बदइंतजामी की वजह से किसानों को परेशानी का सामना करना पड़ रहा है. धान खरीदी की व्यवस्था सुचारु रूप से नहीं चल पा रही है. खरीदी केंद्रों में धान का उठाव नहीं हो पा रहा है. उपार्जन केंद्रों में जगह का अभाव हो गया है. आने वाले समय में धान खरीदी प्रभावित हो सकती है.
पढ़ें:बारदाने की कमी पर बवाल, किसानों-धान खरीदी केंद्र प्रभारी के बीच ठनी
जशपुर के खरीदी केंद्रों में अबतक 18 प्रतिशत ही धान का उठाव हुआ है. गम्हरिया गांव में बनाए गए धान उपार्जन केंद्र में क्षमता से अधिक धान का जमावड़ा हो गया है. ऐसे में धान खरीदी के प्रभावित होने की संभावना जताई जा रही है. गम्हरिया उपार्जन केन्द्र में 1440 क्विंटल धान का उपार्जन किया जा चुका है.
पढ़ें: SPECIAL: आखिर क्यों छत्तीसगढ़ में अफसरों के लिए भिड़ गए वर्तमान और पूर्व सीएम ?
8 हजार 696 क्विंटल धान उठाव का आदेश जारी
सरकारी कागजों में इस उपार्जन केन्द्र से 8 हजार 696 क्विंटल धान के उठाव का आदेश जारी किया जा चुका है. अबतक मात्र 14 प्रतिशत धान का उठाव ही मिलर कर पाए हैं. जिले में 24 दिसंबर की स्थिति में मात्र 18 प्रतिशत धान का ही उठाव हो सका है.
गम्हरिया में जगह का अभाव
गम्हरिया उपार्जन केन्द्र के व्यवस्थापक राजेश साहू ने बताया कि 10 हजार क्विंटल के आसपास की खरीदी की जा चुकी है. 1400 क्विंटल का ही उठाव हुआ है. 8 हजार क्विंटल के आसपास धान रखा हुआ है. दो से तीन दिनों में धान का उठाव नहीं होता है, तो खरीदी प्रभावित हो सकती है.
धान उठाव आदेश जारी के बाद भी लापरवाही
डीएमओ सीपी सिंह ने बताया कि धान उठाव का आदेश साफ्टवेयर से जेनरेट होता है. ऑनलाइन डाटा के आधार पर उठाव आदेश जारी किया जा रहा है. उपार्जन केन्द्रों में धान के बोरों की तेजी से संख्या बढ़ रही है. धान खरीदी केन्द्र पर आश्रित किसानों और व्यवस्थापकों की चिंता बढ़ गई है. किसानों का कहना है कि तारीख के हिसाब से टोकन दिया गया है, लेकिन धान खरीदी में देरी अब परेशानी बन गई है.