जशपुर: शासकीय प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र के डॉक्टर ने सरकारी आवास को मक्का गोदाम बनाने के लिए किराए पर दे दिया. जिसकी शिकायत ग्रामीणों ने अधिकारियों से की थी. शिकायत पर जांच अधिकारियों के आने की सूचना चिकित्सक को जैसे ही मिली तो उसने आनन-फानन में गोदाम खाली कराने का प्रयास किया, लेकिन तब तक जांच अधिकारी मौके पर पहुंच चुके थे. जिले के CMHO मामले में कार्रवाई की बात कह रहे है.
दरअसल, मामला जिले के बगीचा जनपद क्षेत्र के ग्राम चंपा प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र का है. जहां डॉक्टरों के रहने के लिए प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र के सामने चिकित्सक आवास का बनाया गया है, जिससे डॉक्टर हमेशा अस्पताल के पास ही मौजूद रहें और इमरजेंसी के वक्त मरीजों को परेशानी न हो और कम से कम प्राथमिक उपचार हो सके.
लेकिन यहां के डॉक्टर कपिल श्रीवास्तव ने मनमानी करते हुए सरकारी आवास में न रहकर अस्पताल से थोड़ी दूर पुराने अस्पताल भवन में रहते हैं और नए भवन को किराए का पर दे दिया है.
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मक्का गोदाम बनाने किराए पर दिया
सरकारी आवास का चाबी भी डॉक्टर खुद रखते हैं. इसी अस्पताल में पदस्थ अन्य कर्मचारी आवास के अभाव में पड़ोसी जिले बलरामपुर से आना-जाना करते हैं, लेकिन उन्हें ये सरकारी आवास नहीं दिया गया, जबकि गांव के ही एक व्यापारी को यह सरकारी आवास डॉक्टर कपिल श्रीवास्तव ने मक्का गोदाम बनाने के लिए किराए पर दे दिया है.
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