जशपुर: जिले के दीपक कुजूर ने सेंट्रल जोन ताइक्वांडो प्रतियोगिता में रजत पदक जीतकर जिले का नाम रोशन किया है. दीपक ने कलेक्टर से मुलाकत कर ताइक्वांडो खेल को आगे बढ़ाने और उसकी प्रैक्टिस में होने वाली समस्याओं के बारे में जानकारी दी.
प्रदेश का नाम कर रहा रोशन
ताइक्वांडो प्रशिक्षण लेकर युवा लगातार जिले का नाम प्रदेश और देश में रोशन करते आ रहे हैं. इस वर्ष भी मध्यप्रदेश के उज्जैन में सेंट्रल जोन ताइक्वांडो प्रतियोगिता में दीप कुजूर ने छत्तीसगढ़ का प्रतिनिधित्व करते हुए रजत पदक जीतकर जिले का नाम रोशन किया.
कलेक्टर ने दिया आश्वासन
रजत पदक जीतने के बाद दीप कुजूर में जशपुर कलेक्टर निलेश कुमार महादेव क्षीरसागर से मुलाकात की कलेक्टर ने दीप कुजूर को बधाई देने के साथ-साथ ताइक्वांडो के प्रशिक्षण में हो रही दिक्कत का समाधान करने और ताइक्वांडो हाल की मरम्मत कराने एवं आवश्यक सामग्री देने की बात कही.
स्टेडियम हो चुका है जर्जर
दीप कुजूर ने बताया कि 'प्रशिक्षण अभी इंडोर स्टेडियम पूरी तरह से जर्जर हो चुका है, वहां लाइट की सुविधा भी नहीं है. इसके साथ ही हॉल के अंदर का फर्श भी पूरी तरह से खराब हो गया है'.
खेल सामग्री की बताई जरूरत
उन्होंने बताया कि 'जिस स्टेडियम के हाल में वे प्रशिक्षण ले रहे हैं वहां शिक्षा विभाग के अफसर काम कर रहे हैं. जिससे प्रैक्टिस में दिक्कत हो रही है. दीप ने बताया कि ताइक्वांडो की प्रैक्टिस के लिए उन्हें पैड चेस्ट के साथ-साथ बाकी सामग्री की जरूरत है'.
इंडोर स्टेडियम में मिल रही ट्रेनिंग
ताइक्वांडो के कोच नंद लाल यादव ने बताया कि 'वे 2007 से इंडोर स्टेडियम में ताइक्वांडो की ट्रेनिंग दे रहे हैं. जिसमें 60 से अधिक बच्चों ने राष्ट्रीय स्तर तक जाकर मेडल जीतकर जशपुर जिले का नाम रोशन किया है'.
स्टेडियम में नहीं है लाइट
उन्होंने बताया कि 'ताइक्वांडो हाल की स्थिति पूरी तरह से जर्जर है लाइट भी नहीं है. खेल सामग्री उपलब्ध नहीं होने के बावजूद भी ताइक्वांडो के खेल को आगे बढ़ाया है. हम अपनी समस्या लेकर कलेक्टर से मुलाकात की है. उन्होंने 'हमारी समस्या सुनी है और खेल को आगे बढ़ाने में हमारी मदद करने और खले सामग्री दिलवाने की बात कही'.
कलेक्टर ने दिया आश्वासन
कलेक्टर निलेश कुमार मदादेव क्षीरसागर ने कहा कि 'ताइक्वांडो में रजक पदक प्राप्त कर जिले का नाम रोशन करने वाले दीप कुजूर को बधाई देता हूं'. उन्होंने कहा कि 'इससे पहले भी जिले के लगभग 60 से अधिक खिलाड़ी अपने स्तर पर ताइक्वांडो का प्रशिक्षण ले रहे हैं'.
'जल्द सुधारी जाएगी व्यवस्था'
उन्होंने कहा कि 'खिलाड़ियों के प्रशिक्षण प्राप्त करने की जगह की व्यवस्था 15 से 20 दिनों में अनिवार्य रूप से कराई जाएगी. इसके साथ ही रणजीत स्टेडियम के पीछे क्रीडा परिसर बनाया जा रहा है, वहां भी मल्टी परपस ट्रेनिंग के लिए हॉल उपलब्ध कराया जाएगा'.