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संकट काल में गुलाब स्व सहायता समूह की महिलाएं बनी आत्मनिर्भर

जशपुर के दूरस्थ अंचल की गुलाब स्व-सहायता समूह की महिलाएं सैनेटरी पैड बनाकर आत्मनिर्भर बन रही हैं. साथ ही इन पैड को कम कीमत पर गांव की महिलाओं को उपलब्ध करा रही हैं.

gulab self help group women
आपदा में अवसर
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Published : Oct 3, 2020, 6:41 PM IST

जशपुर: जिले के दूरस्थ अंचल की महिलाएं स्वावलंबन की ओर अग्रसर हो रही हैं. महिलाओं की आगे बढ़ने की ललक और आत्मनिर्भरता का अच्छा उदारण देखने को मिला है. जिले के दुलदुला विकासखंड के ग्राम चांपा टोली की काईकछार गुलाब स्व-सहायता समूह की 10-12 महिलाएं सैनिटरी पैड का निर्माण कर रही हैं. साथ ही गांव की महिलाओं को कम कीमत पर गुणवत्तायुक्त सैनेटरी पैड उपलब्ध करा रही हैं.

जनपद पंचायत दुलदला की जनपद सीईओ ज्येाति बबली कुजूर ने बताया कि महिलाओं को ग्राम पंचायत के चापाटोली गौण खनिज मद से सैनेटरी पैड निर्माण के लिए मशीन, और रॉ मैटेरियल दिया गया है. इसके अलावा अन्य खर्चों के साथ गुलाब स्व-सहायता समूह को लगभग 9 लाख रुपए की सहायता राशि उपलब्ध कराई गई है. जिससे महिलाएं सैनेटरी नैपकिंग निर्माण करके आश्रम, छात्रावास, गांव की महिलाओं को कम कीमत पर उपलब्ध करा सके.

पढ़ें- सात समूह की 70 महिलाओं ने नामुमकिन को किया मुमकिन, बंजर जमीन पर उपजाया 'सोना'

महिलाएं बन रहीं आत्मनिर्भर
जनपद सीईओ ने आगे बताया कि सैनिटरी पैड निर्माण के संबंध में इन्हें प्रशिक्षण भी दिया गया है. पैड पूरी तरह से गुणवत्तायुक्त है और महिलाओं को दो रुपए की कीमत पर उपलब्ध कराया जाएगा. स्व-सहायता समूह की महिलाओं ने बताया कि सैनिटरी पैड स्वच्छता के साथ गुणवत्तायुक्त है. इसके जरिए उन्हें आय का स्त्रोत भी मिला और इससे वे आत्मनिर्भर हो रही हैं.

कलेक्टर ने की महिला समूह की तारीफ

जशपुर कलेक्टर महादेव कावरे ने बताया कि खनिज न्यास निधि से जिले में लोगों को आत्मनिर्भर बनाने के लिए कई योजनाओं में के तहत रोजगार भी उपलब्ध कराया जा रहा है. उन्होंने कहा की सैनिटरी पैड बनाकर ग्रामीण क्षेत्रों में महिलाएं स्वच्छता का संदेश भी दे रही हैं. साथ ही इस नैपकिन की बिक्री किए जाने पर हो रही आमदनी से वह अपने घर परिवार में भी सहयोग कर पा रही हैं, जिससे उनकी आर्थिक स्थिति में भी सुधार हो रहा है.

जशपुर: जिले के दूरस्थ अंचल की महिलाएं स्वावलंबन की ओर अग्रसर हो रही हैं. महिलाओं की आगे बढ़ने की ललक और आत्मनिर्भरता का अच्छा उदारण देखने को मिला है. जिले के दुलदुला विकासखंड के ग्राम चांपा टोली की काईकछार गुलाब स्व-सहायता समूह की 10-12 महिलाएं सैनिटरी पैड का निर्माण कर रही हैं. साथ ही गांव की महिलाओं को कम कीमत पर गुणवत्तायुक्त सैनेटरी पैड उपलब्ध करा रही हैं.

जनपद पंचायत दुलदला की जनपद सीईओ ज्येाति बबली कुजूर ने बताया कि महिलाओं को ग्राम पंचायत के चापाटोली गौण खनिज मद से सैनेटरी पैड निर्माण के लिए मशीन, और रॉ मैटेरियल दिया गया है. इसके अलावा अन्य खर्चों के साथ गुलाब स्व-सहायता समूह को लगभग 9 लाख रुपए की सहायता राशि उपलब्ध कराई गई है. जिससे महिलाएं सैनेटरी नैपकिंग निर्माण करके आश्रम, छात्रावास, गांव की महिलाओं को कम कीमत पर उपलब्ध करा सके.

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महिलाएं बन रहीं आत्मनिर्भर
जनपद सीईओ ने आगे बताया कि सैनिटरी पैड निर्माण के संबंध में इन्हें प्रशिक्षण भी दिया गया है. पैड पूरी तरह से गुणवत्तायुक्त है और महिलाओं को दो रुपए की कीमत पर उपलब्ध कराया जाएगा. स्व-सहायता समूह की महिलाओं ने बताया कि सैनिटरी पैड स्वच्छता के साथ गुणवत्तायुक्त है. इसके जरिए उन्हें आय का स्त्रोत भी मिला और इससे वे आत्मनिर्भर हो रही हैं.

कलेक्टर ने की महिला समूह की तारीफ

जशपुर कलेक्टर महादेव कावरे ने बताया कि खनिज न्यास निधि से जिले में लोगों को आत्मनिर्भर बनाने के लिए कई योजनाओं में के तहत रोजगार भी उपलब्ध कराया जा रहा है. उन्होंने कहा की सैनिटरी पैड बनाकर ग्रामीण क्षेत्रों में महिलाएं स्वच्छता का संदेश भी दे रही हैं. साथ ही इस नैपकिन की बिक्री किए जाने पर हो रही आमदनी से वह अपने घर परिवार में भी सहयोग कर पा रही हैं, जिससे उनकी आर्थिक स्थिति में भी सुधार हो रहा है.

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