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जशपुर: संसदीय सचिव चिंतामणि महाराज ने किया गोधन न्याय योजना का शुभारंभ

जशपुर में संसदीय सचिव चितामणि महाराज ने हरेली त्योहार के अवसर पर गोधन न्याय योजना की शुरुआत की है. इस योजना के तहत सरकार पशुपालकों से दो रुपये प्रति किलो की दर से गोबर खरीदेगी, जिससे जैविक खाद तैयार किया जाएगा.

Chintamani Maharaj launched godhan nyay yojana
जशपुर में गोधन न्याय योजना की शुरुआत
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Published : Jul 20, 2020, 9:23 PM IST

जशपुर : छत्तीसगढ़ सरकार की महत्वकांक्षी गोधन न्याय योजना का शुभारंभ हरेली पर्व के अवसर पर संसदीय सचिव चिन्तामणी महाराज ने जिले के मनोरा विकासखंड के रेमने गांव में किया. इस दौरन संसदीय सचिव ने स्व सहायता समूह की महिलाओं से दो रुपये किलो में गोबर भी खरीदा. इस दौरान उन्होंने कहा की योजना से ग्रामीण अर्थव्यवस्था को मजबूती मिलेगी.

संसदीय सचिव चिन्तामणी महाराज ने किया गोधन न्याय योजना का शुभांरभ

संसदीय सचिव चिन्तामणी महाराज ने गोधन न्याय योजना की शुरुआत मनोरा विकासखंड के रेमने गांव में किया है. इसके साथ ही स्व-सहायता समूह की महिलाओं के लिए बनी एसएचजी शेड का शुभांरभ किया गया. इसके साथ पौधरोपण का कार्य भी किया गया. गांव की महिलाओं ने सोमवार को गौठान में अपने घर के गोबर को 2 रुपए किलो में विक्रय किया. इस दौरान पशु पालन विभाग ने 15 हितग्राहियों को उनके पशुओं के लिए पशु पौष्टिक आहार, चरी चारा बीज का वितरण किया.

Chintamani Maharaj launched godhan nyay yojana
जशपुर में गोधन न्याय योजना की शुरुआत

पढ़ें: बिलासपुर: 'गोधन न्याय योजना' की दिखी धूम, संसदीय सचिव शकुंतला साहू ने की शुरुआत

वहीं उद्यान विभाग की ओर से 500 फलदार पौधे और मत्स्य विभाग की ओर से मत्स्य बीज और जाल का वितरण किया गया. इस दौरान संसदीय सचिव चिन्तामणी महाराज ने कहा कि छत्तीसगढ़ शासन ने नरवा, गरूवा, घुरूवा बाड़ी योजना के नारे को चरितार्थ किया है. उन्होंने आगे कहा कि गोधन न्याय योजना का उद्देश्य किसानों को आर्थिक रूप से समृद्ध करना, गांव के छोटे-छोटे नदी-नालों और बाड़ी को सिंचित करना है.

Chintamani Maharaj launched godhan nyay yojana
स्व सहायता समूह की महिलाओं से खरीदा गया गोबर

पढ़ें: जगदलपुर: संसदीय सचिव रेखचंद जैन ने 'गोधन न्याय योजना' का किया शुभारंभ

क्या है गोधन न्याय योजना?

'गोधन न्याय योजना' छत्तीसगढ़ के ग्रामीणों, किसानों और पशुपालकों को लाभ पहुंचाने की प्रदेश सरकार की एक नई योजना है. इस योजना के तहत किसानों और पशुपालकों से 2 रुपये प्रति किलो की दर से गोबर की खरीदी की जाएगी, जिसके जरिए गौठानों में बड़े पैमाने पर वर्मी कम्पोस्ट खाद का निर्माण और अन्य उत्पाद तैयार किए जाएंगे. इससे गांव के लोगों को रोजगार और आर्थिक लाभ मिल सकेगा.

जशपुर : छत्तीसगढ़ सरकार की महत्वकांक्षी गोधन न्याय योजना का शुभारंभ हरेली पर्व के अवसर पर संसदीय सचिव चिन्तामणी महाराज ने जिले के मनोरा विकासखंड के रेमने गांव में किया. इस दौरन संसदीय सचिव ने स्व सहायता समूह की महिलाओं से दो रुपये किलो में गोबर भी खरीदा. इस दौरान उन्होंने कहा की योजना से ग्रामीण अर्थव्यवस्था को मजबूती मिलेगी.

संसदीय सचिव चिन्तामणी महाराज ने किया गोधन न्याय योजना का शुभांरभ

संसदीय सचिव चिन्तामणी महाराज ने गोधन न्याय योजना की शुरुआत मनोरा विकासखंड के रेमने गांव में किया है. इसके साथ ही स्व-सहायता समूह की महिलाओं के लिए बनी एसएचजी शेड का शुभांरभ किया गया. इसके साथ पौधरोपण का कार्य भी किया गया. गांव की महिलाओं ने सोमवार को गौठान में अपने घर के गोबर को 2 रुपए किलो में विक्रय किया. इस दौरान पशु पालन विभाग ने 15 हितग्राहियों को उनके पशुओं के लिए पशु पौष्टिक आहार, चरी चारा बीज का वितरण किया.

Chintamani Maharaj launched godhan nyay yojana
जशपुर में गोधन न्याय योजना की शुरुआत

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वहीं उद्यान विभाग की ओर से 500 फलदार पौधे और मत्स्य विभाग की ओर से मत्स्य बीज और जाल का वितरण किया गया. इस दौरान संसदीय सचिव चिन्तामणी महाराज ने कहा कि छत्तीसगढ़ शासन ने नरवा, गरूवा, घुरूवा बाड़ी योजना के नारे को चरितार्थ किया है. उन्होंने आगे कहा कि गोधन न्याय योजना का उद्देश्य किसानों को आर्थिक रूप से समृद्ध करना, गांव के छोटे-छोटे नदी-नालों और बाड़ी को सिंचित करना है.

Chintamani Maharaj launched godhan nyay yojana
स्व सहायता समूह की महिलाओं से खरीदा गया गोबर

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क्या है गोधन न्याय योजना?

'गोधन न्याय योजना' छत्तीसगढ़ के ग्रामीणों, किसानों और पशुपालकों को लाभ पहुंचाने की प्रदेश सरकार की एक नई योजना है. इस योजना के तहत किसानों और पशुपालकों से 2 रुपये प्रति किलो की दर से गोबर की खरीदी की जाएगी, जिसके जरिए गौठानों में बड़े पैमाने पर वर्मी कम्पोस्ट खाद का निर्माण और अन्य उत्पाद तैयार किए जाएंगे. इससे गांव के लोगों को रोजगार और आर्थिक लाभ मिल सकेगा.

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