जशपुर: बढ़ते कोरोना संक्रमण के बीच स्वास्थ्य विभाग ने कोरोना जांच के लिए RTPCR जांच के लिए सैंपल लेना बंद कर दिया गया है. इस संबंध में मिली जानकारी के मुताबिक रायगढ़ स्थित जांच केंद्र ने जिला स्वास्थ्य विभाग को फिलहाल RTPCR जांच के लिए सैंपल नहीं भेजने के निर्देश दिए हैं. जिसके बाद जिले के 500 से ज्यादा सैंपल जांच के लिए लंबित पड़े हुए हैं. फिलहाल स्वास्थ्य विभाग रैपिड एंटीजन और ट्रू-नॉट पद्धति से कोरोना की जांच कर रहा है.
जिला सर्विलेंस अधिकारी डॉ. आरएस पैकरा ने बताया कि रायगढ़ मेडिकल कॉलेज में स्थित लैब में जांजगीर, जशपुर और रायगढ़ जिले के RTPCR पद्धति से जांच करने के लिए सैंपल भेजे जाते हैं. उन्होंने बताया कि एक लैब होने के कारण 3 जिलों के ज्यादातर सैंपल हो जाने के कारण दबाव लैब पर बढ़ गया है. जिस कारण प्रबंधन ने दो-तीन दिनों के लिए सैंपल होल्ड करने को कहा है.
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500 लगभग सैंपल रायगढ़ में पेंडिंग
अधिकारी ने बताया कि इससे कोरोना की जांच प्रभावित नहीं होगी. वैकल्पिक रूप में रैपिड एंटीजन और ट्रू-नॉट पद्धति से लगातार जांच की जा रही है. उन्होंने बताया कि बीते 2 दिनों से RTPCR जांच के सैंपल पेंडिंग पड़े हैं.
तीन जिलों का दवाव एक लेब पर
स्वास्थ्य विभाग के आंकड़ों के मुताबिक सोमवार को 1 हजार 680 लोगों की कोरोना जांच की गई थी. जिनमें से RTPCR से 68, ट्रू-नॉट से 459 और रैपिड एंटीजन से 1 हजार 153 लोगों की जांच की गई. जिनमें से RTPCR से लिए गए सैंपलों को रायगढ़ लैब टेस्टिंग के लिए भेजा जाता है. जहां से 2 दिन बाद इसकी रिपोर्ट आती है. लेकिन लैब में तीन जिलों का दबाव होने के कारण रिपोर्ट आने में भी देर हो रही है. फिलहाल स्वास्थ्य विभाग ने रैपिड एंटीजन और ट्रूृ-नॉट पद्धति से कोरना की जांच की जा रही है.