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जशपुर : बैंकिंग सेवा संचालकों पर ठगी के आरोप, ग्रामीणों के निकाले पैसे - बैंकिंग सेवा में ठगी

जिले के ग्रामीण अंचलों में कियोस्क बैंकों और अन्य मोबाइल बैंकिंग की सेवा देने वाले संचालक ग्राहकों के खाते से ठगी कर पैसा निकाल ले रहे हैं. जिसकी वजह से ग्रामीण परेशान हैं.

बैंकिंग सेवा संचालकों पर ठगी के आरोप
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Published : Sep 8, 2019, 10:48 PM IST

जशपुर: आदिवासी अंचल में ग्रामीणों को बैंक की सेवा देने के उद्देश्य से गांव-गांव में शुरू किए गए कियोस्क बैंक और दूसरी बैंकिंग सेवा देने वाले सेंटर अब ग्राहकों के लिए मुसीबत साबित हो रहे हैं. आरोप हैं इन कियोस्क बैंकों और अन्य मोबाइल बैंकिंग की सेवा देने वाले संचालक ग्राहकों के खाते से ठगी कर पैसा निकाल ले रहे हैं. पिछले कुछ दिनों में जिलेभर में ठगी के दर्जनों मामले सामने आए हैं.

बैंकिंग सेवा संचालकों पर ठगी के आरोप

बैंकिंग सेवा लेने आए ग्राहकों के आधार कार्ड और अंगूठे के निशान से उनके खाते अनलॉक हो जाते हैं और फिर ग्राहकों को ये पता नहीं होता कि उस खाते से कितने पैसे निकाले जा रहे हैं और बैंकिंग सेवा प्रदाता उस खाते से मनचाहा पैसा निकाल लेता है.

कई ग्रामीणों के पैसे किए गए गबन

  • एक ऐसा ही मामला जिले के बगीचा जनपद के गांव महनई का है, जहां के रहने वाले पहाड़ी कोरवा फुलसाय ने मनरेगा में मजदूरी कर पैसे जमा किए थे, जब वह अपने खाते से 700 रुपये निकालने बैंक सेवा प्रदाता आशीष यादव के पास गया, तो उसके खाते से 3000 रुपए निकाल लिए गए थे. इसकी शिकायत फुलसाय ने थाने में की है.
  • वहीं गांव पंडरापाठ के पहाड़ी कोरवा मतियस अपनी 75 वर्षीय मां के 6 महीने की वृद्धा पेंशन की राशि लेने के लिए जब बैंक पहुंचा, तो बुजुर्ग के खाते से 400 रुपये निकालने के बाद कियोस्क संचालक के ने 34 रुपये खाते में शेष होना बताया. इसकी शिकायत कर ग्रामीण अपनी बुजुर्ग मां को साथ लेकर दर-दर भटक रहा है.
  • इसी तरह गांव महनई में ही रहने वाले गणेश यादव ने अपने खाते से 500 रुपये निकाले पर कियोस्क संचालक ने 1000 रुपये निकाल लिए थे. जब उसने मामले की शिकायत बैंक में की, तो कियोस्क संचालक ने गलती मानकर पैसे वापस कर दिए.

पढ़ें- पेंड्रा में ऑटो ड्राइवर की दबंगई, पुलिस से की मारपीट और फाड़ी वर्दी

संचालक की आईडी बंद करने की मांग
कियोस्क बैंक संघ के प्रदेशाध्यक्ष संतोष गुप्ता का कहना है कि, 'इस तरह के कई मामले सामने आए हैं और हमने कियोस्क बैंक संचालकों की बैठक लेकर ऐसा न करने की हिदायत दी थी. इसके बावजूद अगर इस तरह के मामले सामने आयेंगे, तो उस कियोस्क बैंक संचालक की आईडी बंद करने की मांग की जाएगी.'

मामले में कलेक्टर निलेश कुमार महादेव क्षीरसागर ने कहा कि, 'अगर कोई कियोस्क बैंक संचालक किसी खाताधारक का पैसा गलत तरीके से निकालता है, तो उस पर धोखाधड़ी का मामला दर्ज कराया जाएगा.'

जशपुर: आदिवासी अंचल में ग्रामीणों को बैंक की सेवा देने के उद्देश्य से गांव-गांव में शुरू किए गए कियोस्क बैंक और दूसरी बैंकिंग सेवा देने वाले सेंटर अब ग्राहकों के लिए मुसीबत साबित हो रहे हैं. आरोप हैं इन कियोस्क बैंकों और अन्य मोबाइल बैंकिंग की सेवा देने वाले संचालक ग्राहकों के खाते से ठगी कर पैसा निकाल ले रहे हैं. पिछले कुछ दिनों में जिलेभर में ठगी के दर्जनों मामले सामने आए हैं.

बैंकिंग सेवा संचालकों पर ठगी के आरोप

बैंकिंग सेवा लेने आए ग्राहकों के आधार कार्ड और अंगूठे के निशान से उनके खाते अनलॉक हो जाते हैं और फिर ग्राहकों को ये पता नहीं होता कि उस खाते से कितने पैसे निकाले जा रहे हैं और बैंकिंग सेवा प्रदाता उस खाते से मनचाहा पैसा निकाल लेता है.

कई ग्रामीणों के पैसे किए गए गबन

  • एक ऐसा ही मामला जिले के बगीचा जनपद के गांव महनई का है, जहां के रहने वाले पहाड़ी कोरवा फुलसाय ने मनरेगा में मजदूरी कर पैसे जमा किए थे, जब वह अपने खाते से 700 रुपये निकालने बैंक सेवा प्रदाता आशीष यादव के पास गया, तो उसके खाते से 3000 रुपए निकाल लिए गए थे. इसकी शिकायत फुलसाय ने थाने में की है.
  • वहीं गांव पंडरापाठ के पहाड़ी कोरवा मतियस अपनी 75 वर्षीय मां के 6 महीने की वृद्धा पेंशन की राशि लेने के लिए जब बैंक पहुंचा, तो बुजुर्ग के खाते से 400 रुपये निकालने के बाद कियोस्क संचालक के ने 34 रुपये खाते में शेष होना बताया. इसकी शिकायत कर ग्रामीण अपनी बुजुर्ग मां को साथ लेकर दर-दर भटक रहा है.
  • इसी तरह गांव महनई में ही रहने वाले गणेश यादव ने अपने खाते से 500 रुपये निकाले पर कियोस्क संचालक ने 1000 रुपये निकाल लिए थे. जब उसने मामले की शिकायत बैंक में की, तो कियोस्क संचालक ने गलती मानकर पैसे वापस कर दिए.

पढ़ें- पेंड्रा में ऑटो ड्राइवर की दबंगई, पुलिस से की मारपीट और फाड़ी वर्दी

संचालक की आईडी बंद करने की मांग
कियोस्क बैंक संघ के प्रदेशाध्यक्ष संतोष गुप्ता का कहना है कि, 'इस तरह के कई मामले सामने आए हैं और हमने कियोस्क बैंक संचालकों की बैठक लेकर ऐसा न करने की हिदायत दी थी. इसके बावजूद अगर इस तरह के मामले सामने आयेंगे, तो उस कियोस्क बैंक संचालक की आईडी बंद करने की मांग की जाएगी.'

मामले में कलेक्टर निलेश कुमार महादेव क्षीरसागर ने कहा कि, 'अगर कोई कियोस्क बैंक संचालक किसी खाताधारक का पैसा गलत तरीके से निकालता है, तो उस पर धोखाधड़ी का मामला दर्ज कराया जाएगा.'

Intro:जशपुर आदिवासी अंचल में ग्रामीणों को बैंक की सेवा देने के उद्देश्य से गांव गांव में शुरू किये गए, कियोस्क बैंक एवं अन्य बैंकिंग सेवा देने वाले सेंटर अब ग्राहकों के लिए मुसीबत साबित हो रहे है इन कियोस्क बैंकों के संचालकों एवं अन्य मोबाइल बैंकिंग की सेवा देने वाले अब भोले भाले ग्राहकों के खाते से ठगी कर पैसा निकाल ले रहे है, जिले भर में पिछले कुछ दिनों में दर्जनों मामले सामने आये है। मामले में कलेक्टर ने धोखाधड़ी करने वाले बैंकिंग सेवा प्रदाताओं पर एफआईआर करने की बात कह रहे हैं।

Body:आदिवासी बाहुल्य जशपुर जिले में इन दिनों गाँव गाँव में कियोस्क बैंक एवं मोबाईल बैंकिंग सेवा के लिए सैकड़ों केंद्र खोले गए हैं।इन बैंकिंग सेवा प्रदाताओं के द्वारा भोले भाले ग्रामीणों के साथ जमकर ठगी की जा रही है।बैंकिंग सेवा लेने आये ग्राहकों के आधार कार्ड और अंगूठे का निशान से उनके खाते अनलॉक हो जाते हैं और फिर ग्राहकों को ये पता नही होता कि उस खाते से कितने पैसे आहरित हो रहे हैं।बैंकिंग सेवा प्रदाता के द्वारा उस खाते से मनचाहा पैसा निकाल लिया जाता है।


ऐसा ही मामला बगीचा जनपद के ग्राम महनई का है जहाँ के रहने वाले पहाड़ी कोरवा फुलसाय ने मनरेगा में मजदूरी कर पैसे जमा किये थे,जब वह अपने खाते से 700 रुपये निकालने बैंक सेवा प्रदाता आशीष यादव के पास गए तो उसके खाते से 3000 रुपयों का निकाल लिये, जिसकी शिकायत उसने थाने में की है।

वही ग्राम पंडरापाठ के पहाड़ी कोरवा मतियस की 75 वर्षीय माँ का 6 महीने की वृद्धा पेंशन की राशि आहरण करने बैंक पहुँचे तो उनके खाते में 400 रुपये निकलने के बाद कियोस्क संचालक के द्वारा 34 रुपये खाते में शेष होना बताया।जिसकी शिकायत लेकर अब वो अपनी बुजुर्ग मां को साथ लेकर दर दर भटक रहा है।

इसी तरह ग्राम महनई का है यहाँ के रहने वाले गणेश यादव ने अपने खाते से 500 रुपये निकाले पर कियोस्क संचालक ले द्वारा 1000 रुपये निकाल लिए थे जब उन्होंने मामले की शिकायत बैक में कई तो कियोस्क संचालक द्वारा गलती मानकर पैसे वापिस कर दिए,

कियोस्क बैंक संघ के प्रदेशाध्यक्ष संतोष गुप्ता का कहना है कि इस तरह के कई मामले सामने आए हैं और हमने कियोस्क बैंक संचालकों की बैठक लेकर इस तरह की हिदायत दी गई थी इज़के बावजूद अगर इस तरह के मामले सामने आयेंगे तो उस कियोस्क बैंक संचालक की आईडी बन्द करने की माँग करेगा।

Conclusion:मामले में कलेक्टर निलेश कुमार महादेव क्षीरसागर ने कहा कि अगर कोई कियोस्क बैंक संचालक किसी खाताधारकों का पैसा गलत तरीके से निकालता है तो उसपर धोखाधड़ी का मामला दर्ज करवाया जायेगा।

जशपुर आदिवासी बाहुल्य क्षेत्र है ओर यहाँ के अधिकतर ग्रामीण निरक्षर हैं जिसका फायदा कियोस्क संचालक उठा रहे हैं।इन बैंकिंग सेवा प्रदाताओं द्वारा लेन-देन के बाद ग्राहकों को पर्ची नही दी जाती जिसकी वजह से उनके खातों से मनचाही राशि आहरित कर ली जाती है।


बाईट 1- फुलसाय कोरवा (पीड़ित)
बाईट 2- गणेश यादव (पीड़ित)
बाईट 3- मतीयस कोरवा(पीड़ित)
बाईट 4- संतोष गुप्ता (प्रदेशाध्यक्ष कियोस्क बैंक संचालक संघ)
बाईट 5- निलेश कुमार महादेव क्षीरसागर (कलेक्टर)

तरुण प्रकाश शर्मा
जशपुर
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