ETV Bharat / state

Elephant Attack: जशपुर में हाथियों के हमले में पांचवीं मौत, शाम होते ही घर से न निकलें लोग, वन विभाग ने जारी किया अलर्ट

Elephant Attack मंगलवार को फिर एक बार जशपुर में हाथी के हमले में ग्रामीण की मौत का मामला सामने आया है. घटना बगीचा थाना क्षेत्र का बताया जा रहा है. पिछले एक हफ्ते के दौरान हाथियों के हमले से यह पांचवीं मौत है. वन अमला हाथियों की सूचना ग्रामीणों को दे रहा है. लेकिन ग्रामीण वन अमले की बात नहीं मान रहे. जिसका खामियाजा उन्हें भुगतना पड़ता है.

elephant attack in jashpur
जशपुर में हाथियों का हमला
author img

By

Published : Aug 8, 2023, 2:36 PM IST

हाथियों के हमले से हफ्ते भर में पांचवीं मौत

जशपुर: छत्तीसगढ़ के जशपुर वन मंडल में हाथियों का आतंक जारी है. आज फिर जशपुर में हाथी के हमले में एक ग्रामीण की मौत हो गई है. घटना बगीचा थाना क्षेत्र की है. बीते 1 सप्ताह में हाथियों के हमले में यह पांचवीं मौत है. वन कर्मचारियों लगातार निगरानी बनाए हुए हैं और लोगों को सतर्कता बरतने कह रहे हैं. बावजूद इसके हाथियों के हमले में मौत के मामले लगातार बढ़ रहे हैं.

लकड़ी लेने जंगल गया था ग्रामीण: जानकारी के मुताबिक, सोमवार को अपने घर से लकड़ी लेने जंगल गए ग्रामीण पर अचानक हाथियों ने हमला कर दिया. हाथियों ने उसे पटक पटक कर मार डाला. मृतक अब्राहम की पत्नी के मना करने के बावजूद अब्राहम जंगल लकड़ी लेने बिना बताए चला गया था. यह घटना बगीचा वन परिक्षेत्र के खंताडांड़ गांव की है. घटना की सूचना मिलते ही वन अमला मौके पर पहुंच गया है. पीड़ित परिजनों की तात्कालिक सहायता राशि दे दी गई है.

"पति घर में चूल्हा जलाने के लिए लकड़ी लेने जंगल जाने की बात कर रहे थे. तो मेरे द्वारा मना किया गया. दो दिन से वन विभाग वाले जंगल में हाथी होने की सूचना दे रहे है, मत जाओ भी कहा. लेकिन मेरे मना करने के बावजूद बिना बताए ही जंगल चले गए. इस दौरान मेरे पति अब्राहम को हाथी ने कुचलकर मार दिया." - उर्सेला तिर्की, मृतक की पत्नी

एरिया में गश्त लगा रही वन विभाग: जशपुर DFO जितेंद्र उपाध्याय ने बताया, "जिले में 18 हाथियों का दल विचरण कर रहा है. हाथी विचरण क्षेत्र में वन अमला, हाथी मित्र दल 2 पाली में गश्ती कर रहें हैं और सक्रिय हैं. साथ ही हाथी विचरण क्षेत्र में लगातार पेट्रोलिंग की जा रही है. जिले में सभी रेंज में 2-2 गस्ती दल काम कर रहा है और लोगों को जागरूक कर हाथियों के संबंध में जानकारी भी दे रहे हैं."

"आज अब्राहम के घर वालों के मना करने के बाद भी वह जंगल लकड़ी लेने चला गया. इस दौरान हाथी के हमले से ग्रामीण की मौत हो गई. विभाग द्वारा लगातार ग्रामीणों को समझाइश दी दा रही कि जंगल न जाएं और रात को घर से बाहर न निकलें, ताकि जनहानि न हो." - जितेंद्र उपाध्याय, DFO, जशपुर

वन विभाग की बात नहीं मान रहे ग्रामीण: हाथी के उत्पाद को देखते हुए वन अमला हाथियों की सूचना ग्रामीणों को दे रहा है. रात में वन अमला के द्वारा गश्ती किया जा रहा है. उसके बावजूद ग्रामीण लापरवाही से जंगल चले जा रहे हैं. पिछले दिनों ही बादलखोल अभ्यारण्य के आसपास के क्षेत्र में सप्ताह भर में हाथियों के हमले से 4 लोगों की मौत हो गई थी."

Elephant Attack In Jashpur: सावधान! जशपुर के जंगलों में घूम रही है मौत, अंधेरा होने के बाद घर से बाहर न निकलें
Elephant Attack In Jashpur: जशपुर में हाथियों के दल का तांडव, हाथी के हमले से एक महिला की मौत
Elephant Entered In Balod: बालोद जिला मुख्यालय में घुसा हाथी, मचा हड़कंप


सूचना को मानने की गई अपील: बगीचा वन परिक्षेत्र के रेंजर अशोक सिंह ने आम जनता से गश्ती दल द्वारा दिये गये समझाइश और सूचना को मानने की अपील की है. साथ ही जिस स्थान पर हाथी घूम रहा है, उस वन क्षेत्र में मछली मारने, पुटू-खुखड़ी उठाने, रात को अनावश्यक न निकलें. जिस स्थान या घर में पक्के कटहल हों, उन्हें तोड़कर तत्काल सुरक्षित स्थान पर रखें या गड्ढ़े में डालकर ढंक देवें. साथ ही वन विभाग को तत्काल सूचित करें. हाथियों की गतिविधि एवं संभावित विचरण क्षेत्र में मुख्य रूप से कुनकुरी, फरसाबहार, कांसाबेल, मनोरा, दुलदुला और बगीचा विकासखण्ड के गांव शामिल हैं.

हाथियों के हमले से हफ्ते भर में पांचवीं मौत

जशपुर: छत्तीसगढ़ के जशपुर वन मंडल में हाथियों का आतंक जारी है. आज फिर जशपुर में हाथी के हमले में एक ग्रामीण की मौत हो गई है. घटना बगीचा थाना क्षेत्र की है. बीते 1 सप्ताह में हाथियों के हमले में यह पांचवीं मौत है. वन कर्मचारियों लगातार निगरानी बनाए हुए हैं और लोगों को सतर्कता बरतने कह रहे हैं. बावजूद इसके हाथियों के हमले में मौत के मामले लगातार बढ़ रहे हैं.

लकड़ी लेने जंगल गया था ग्रामीण: जानकारी के मुताबिक, सोमवार को अपने घर से लकड़ी लेने जंगल गए ग्रामीण पर अचानक हाथियों ने हमला कर दिया. हाथियों ने उसे पटक पटक कर मार डाला. मृतक अब्राहम की पत्नी के मना करने के बावजूद अब्राहम जंगल लकड़ी लेने बिना बताए चला गया था. यह घटना बगीचा वन परिक्षेत्र के खंताडांड़ गांव की है. घटना की सूचना मिलते ही वन अमला मौके पर पहुंच गया है. पीड़ित परिजनों की तात्कालिक सहायता राशि दे दी गई है.

"पति घर में चूल्हा जलाने के लिए लकड़ी लेने जंगल जाने की बात कर रहे थे. तो मेरे द्वारा मना किया गया. दो दिन से वन विभाग वाले जंगल में हाथी होने की सूचना दे रहे है, मत जाओ भी कहा. लेकिन मेरे मना करने के बावजूद बिना बताए ही जंगल चले गए. इस दौरान मेरे पति अब्राहम को हाथी ने कुचलकर मार दिया." - उर्सेला तिर्की, मृतक की पत्नी

एरिया में गश्त लगा रही वन विभाग: जशपुर DFO जितेंद्र उपाध्याय ने बताया, "जिले में 18 हाथियों का दल विचरण कर रहा है. हाथी विचरण क्षेत्र में वन अमला, हाथी मित्र दल 2 पाली में गश्ती कर रहें हैं और सक्रिय हैं. साथ ही हाथी विचरण क्षेत्र में लगातार पेट्रोलिंग की जा रही है. जिले में सभी रेंज में 2-2 गस्ती दल काम कर रहा है और लोगों को जागरूक कर हाथियों के संबंध में जानकारी भी दे रहे हैं."

"आज अब्राहम के घर वालों के मना करने के बाद भी वह जंगल लकड़ी लेने चला गया. इस दौरान हाथी के हमले से ग्रामीण की मौत हो गई. विभाग द्वारा लगातार ग्रामीणों को समझाइश दी दा रही कि जंगल न जाएं और रात को घर से बाहर न निकलें, ताकि जनहानि न हो." - जितेंद्र उपाध्याय, DFO, जशपुर

वन विभाग की बात नहीं मान रहे ग्रामीण: हाथी के उत्पाद को देखते हुए वन अमला हाथियों की सूचना ग्रामीणों को दे रहा है. रात में वन अमला के द्वारा गश्ती किया जा रहा है. उसके बावजूद ग्रामीण लापरवाही से जंगल चले जा रहे हैं. पिछले दिनों ही बादलखोल अभ्यारण्य के आसपास के क्षेत्र में सप्ताह भर में हाथियों के हमले से 4 लोगों की मौत हो गई थी."

Elephant Attack In Jashpur: सावधान! जशपुर के जंगलों में घूम रही है मौत, अंधेरा होने के बाद घर से बाहर न निकलें
Elephant Attack In Jashpur: जशपुर में हाथियों के दल का तांडव, हाथी के हमले से एक महिला की मौत
Elephant Entered In Balod: बालोद जिला मुख्यालय में घुसा हाथी, मचा हड़कंप


सूचना को मानने की गई अपील: बगीचा वन परिक्षेत्र के रेंजर अशोक सिंह ने आम जनता से गश्ती दल द्वारा दिये गये समझाइश और सूचना को मानने की अपील की है. साथ ही जिस स्थान पर हाथी घूम रहा है, उस वन क्षेत्र में मछली मारने, पुटू-खुखड़ी उठाने, रात को अनावश्यक न निकलें. जिस स्थान या घर में पक्के कटहल हों, उन्हें तोड़कर तत्काल सुरक्षित स्थान पर रखें या गड्ढ़े में डालकर ढंक देवें. साथ ही वन विभाग को तत्काल सूचित करें. हाथियों की गतिविधि एवं संभावित विचरण क्षेत्र में मुख्य रूप से कुनकुरी, फरसाबहार, कांसाबेल, मनोरा, दुलदुला और बगीचा विकासखण्ड के गांव शामिल हैं.

ETV Bharat Logo

Copyright © 2024 Ushodaya Enterprises Pvt. Ltd., All Rights Reserved.