जशपुर : जिले के मातृ एवं शिशु अस्पताल के टॉयलेट में नवजात का शव मिला है. बच्चे का शव टॉयलेट में मिलने की जानकारी के बाद अस्पताल प्रबंधन ने इसकी सूचना पुलिस को दी. पुलिस ने मामले की गंभीरता को समझते हुए जांच शुरू कर दी है. बच्चे का शव मिलने की खबर जैसे ही बीजेपी नेताओं को लगी उन्होंने अस्पताल पहुंचकर मामले की जांच करने की मांग की.
सीसीटीवी खंगाल रही पुलिस: शुक्रवार को जिला के मातृ एवं शिशु हॉस्पिटल के बाथरूम में लावारिस नवजात का शव मिला. अस्पताल में काम करने वाली स्वीपर जब सफाई करने बाथरूम गई तो उसकी नजर बच्चे पर पड़ी. स्वीपर ने अस्पताल में मौजूद दूसरे डॉक्टरों को इस बात की जानकारी दी.वहीं पुलिस अब अस्पताल के सीसीटीवी समेत डिलीवरी के समय के मुताबिक हॉस्पिटल आने जाने वालों का ब्यौरा खंगाल रही है.
''मामले में जशपुर सिटी कोतवाली पुलिस ने केस दर्ज किया है. बच्चे का पोस्टमार्टम कराया गया है, इसके साथ ही पुलिस मामले में ये पता लगाने में लगी है कि बच्चा बाथरूम में आया कैसे और बच्चा किसका है. इसके लिए CCTV फुटेज सहित अन्य पहलुओं की भी जांच की जा रही.'' उमेश कश्यप,एएसपी
वहीं अस्पताल प्रबंधन का कहना है कि बच्चे का शव टॉयलेट में जरुर मिला है.लेकिन उसकी डिलिवरी हॉस्पिटल में नहीं हुई है.बच्चा कैसे अस्पताल में आया इसकी जांच की जा रही है.
"' मातृ शिशु वार्ड के बाथरूम में अज्ञात नवजात के शव मिलने की सूचना मिली थी. जिसे बाहर लाया गया जो मृत था. जो बच्चा मिला है उसकी डिलीवरी अस्पताल में नहीं हुई है. यह स्पष्ट होता है. क्योंकि उसकी नाल सहित अन्य चीजें अभी भी जुड़ी हुई है. फिलहाल जांच चल रही है.'' डॉ. उदय भगत, RMO
वहीं इस मामले की जांच के लिए डिप्टी कलेक्टर, एसडीएम, तहसीलदार, थानेदार, स्वास्थ्य विभाग की टीम भी मौके पर ही मौजूद थी. इस घटना से जुड़े हर पहलू की बारीकी से जांच की जा रही है. वहीं सीएमएचओ ने माना है कि बच्चे की डिलीवरी अस्पताल में नहीं हुई है.
''मातृ शिशु अस्पताल के बाथरूम में नवजात बच्चे का शव मिलने की जानकारी मिली थी. अस्पताल में जिन महिलाओं का पंजीयन हुआ है उनमें से यह बच्चा किसी का नहीं है. हो सकता है कोई महिला जांच कराने आई हो और बाथरूम जाने पर मिसकैरेज हो गया.'' डॉ रंजीत, सीएमएचओ
बीजेपी ने कही धरना प्रदर्शन की बात : अस्पताल के टॉयलेट में बच्चा मिलने की खबर के बाद बीजेपी नेता कृष्ण कुमार राय ने अस्पताल का दौरा किया. इस दौरान कृष्ण कुमार राय ने इसे अस्पताल की घोर लापरवाही माना.
''सुरक्षा के लिहाज से अस्पताल इस वक्त सुरक्षित नहीं है. यदि समय पर जांच नहीं होती है तो वे धरना प्रदर्शन पर बैठ जायेंगे.'' - कृष्ण कुमार राय, नेता बीजेपी
लापता बच्चे का शव तालाब में मिला,पुलिस कर रही जांच |
स्कूटी में बच्चे का शव रखकर 120 किलोमीटर का सफर |
आठ साल के मासूम की हत्या,झाड़ियों में मिला शव |
जिला प्रशासन ने प्रेस रिलीज की जारी : वहीं इस मामले में जिला प्रशासन ने निरीक्षण रिपोर्ट भी जारी की है.जिसमें ये लिखा गया है कि बच्चे की डिलीवरी अस्पताल में होने की किसी भी तरह की संभावना नहीं है. बच्चा पैदा होने के बाद उसे अस्पताल लाया गया और फिर बाथरुम में छोड़ दिया गया है.प्रेस रिलीज में ये दर्शाया गया है कि बच्चे की गर्भनाल नहीं काटी गई थी.वहीं जिन बच्चों का अस्पताल में जन्म हुआ है .वो सभी जीवित हैं.
गायनकोलॉजिस्ट डॉ. अंजना लकड़ा और एमडी डॉ अनुभा लकड़ा के मुताबिक ओपीडी में ऐसा कोई भी मरीज नहीं आया जिसकी डिलीवरी की स्थिति हो.वहीं बच्चे की डेथ बॉडी साफ सुथरी है, ना तो उसमें खून है और ना ही किसी भी तरह के निशान. ऐसे में ये अंदाजा लगाया जा सकता है कि डिलीवरी हॉस्पिटल में नहीं कहीं और हुई है.क्योंकि यदि हॉस्पिटल में डिलीवरी होती तो किसी के चिल्लाने की आवाज जरुर आती. शुरुआती जांच में ऐसा लग रहा है कि मृत बच्चे के जन्म के बाद बच्चे को टॉयलेट में छोड़ दिया गया है. बच्चे की मौत कैसे हुई इसके लिए पुलिस को पोस्टमॉर्टम रिपोर्ट का इंतजार है.