जशपुर: जिला कोविड-19 अस्पताल में अब चिकित्सकों के राउंड से पहले वार्ड में डॉक्टर के आने की घोषणा कर चिकित्सारत मरीजों को इसकी जानकारी दी जाएगी. इसके साथ ही अस्पताल में मरीजों को दिए जाने वाले भोजन की गुणवत्ता में सुधार के निर्देश कलेक्टर ने मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी डॉक्टर पी सुथार को दिया है. जशपुर के विधायक विनय कुमार भगत की पहल पर कलेक्टर महादेव कावरे ने यह व्यवस्था की है.
जशपुर कोविड-19 अस्पताल में अव्यवस्था और मरीजों के इलाज में हो रही लापरवाही को संज्ञान में लेते हुए जशपुर विधायक विनय भगत ने कलेक्टर से मुलाकात कर समस्याओं को लेकर चर्चा की. बता दें, शनिवार को जशपुर में 53 वर्षीय एक व्यक्ति की इलाज के दौरान कोविड-19 अस्पताल में मौत हो गई थी.
नर्सों के भरोसे ही चल रहा इलाज
इस मामले में शहर वासियों सहित अस्पताल में भर्ती मरीजों ने कोविड-19 अस्पताल प्रबंधन पर आरोप लगाए थे कि कोरोना के इलाज के लिए अस्पताल में साफ-सफाई नहीं हो रही है. साथ ही यहां के भोजन की गुणवत्ता भी सवालों के घेरे में है. कोविड-19 अस्पताल में इलाज करा रहे जशपुर शहर के मरीजों ने मीडियाकर्मियों से फोन पर संपर्क कर शिकायत की है कि वार्ड में भर्ती मरीजों की ओर झांकने के लिए भी डॉक्टर नहीं आते हैं. नर्सों के भरोसे ही इलाज चल रहा है.
जल्द शुरू होगा कोरोना जांच और फिजियोथैरेपी वार्ड
मुलाकात के दौरान विधायक विनय कुमार भगत ने कलेक्टर का ध्यान ट्रू नॉट कोरोना टेस्ट शुरू करने में हो रही देरी की ओर भी दिलाया. उन्होनें इस सुविधा को जल्द शुरू करने का अनुरोध करते हुए कहा कि शहर सहित पूरे जिले में कोरोना का संक्रमण फैल रहा है. इस मुश्किल वक्त में इस टेस्ट सुविधा की सबसे अधिक आवश्यकता है. इसके साथ ही टूू नॉट टेस्ट लैब शुरू करने के लिए बंद किए गए फिजियोथैरेपी वार्ड को चालू करवाने के लिए कहा कि ये सुविधा को बुजुर्गों के लिए बेहद आवश्यक है. इसे जल्द शुरू करने का आग्रह किया. इस संबंध में कलेक्टर कावरे ने CHMO डॉ सुथार को तत्काल दूसरी कक्ष तलाश कर फिजियोथैरेपी शुरू करने का निर्देश दिया है.