जशपुर: जिले के सन्ना में वन विभाग ने इमारती लकड़ी जब्त की है. वन विभाग के अनुसार ग्राम सन्ना के मदरसा प्राथमिक शाला भवन में अवैध रूप से लाई गई इमारती लकड़ी से चौखट ओर खिड़की बनाई जा रही थी. वन विभाग ने करीब 80 नग चौखट, खिड़की और पटरी जब्त किया है. फिलहाल आरोपियों का पता नहीं चल पाया है. दरअसल मामला जिले के सन्ना वनपरिक्षेत्र का है.
घटना के संबंध में वन विभाग सन्ना रेंज के रेंजर सुरेंद्र सिंह ने जानकारी दी. उन्होंने बताया है कि मुखबिर से सूचना मिली थी कि सन्ना के मदरसा प्राथमिक शाला में अवैध रूप से इमारती लकड़ी की चिरान लाई गई है. चिरान का कारपेंटर खिड़की, चौखट और दरवाजे बना रहा है.
80 नग लकड़ी जप्त
सूचना पर वन विभाग की टीम ने मदरसे में दबिश दी. कारपेंटर इमारती लकड़ी के चिरान का चौखट और खिड़की बनाते पाया गया. उन्होंने बताया कि मामले में अवैध इमारती लकड़ी को जब्त कर लिया गया है.लकड़ी में चौखट खिड़की और पटरे समेत कुल 80 नग लकड़ी जब्त की गई है.
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आरोपी का नहीं चल सका है पता
वन विभाग अधिकारी का कहना है कि लकड़ियों को वन विभाग ने जब्त कर शासकीय वन विभाग के डिपो में रखा है. वहीं मामले में आरोपियों का पता नहीं चल सका है. उन्होंने बताया कि कारपेंटर से जांच के दौरान पूछताछ और बयान के आधार पर पता चल पाएगा कि यह लकड़ी किसने मंगाई थी. फिलहाल वन विभाग मामले की जांच कर रहा है.
छत्तीसगढ़ में लकड़ी तस्करी बड़ी समस्या
छत्तीसगढ़ के बड़े भू-भाग में जंगल है. इन जंगलों में कीमती पेड़ हैं. और इन पेड़ों को तस्करों की नजर लग चुकी है. छत्तीसगढ़ में वन विभाग अक्सर कार्रवाई करता है. लेकिन तस्कर भी पीछे हटने को तैयार नहीं हैं. हाल के दिनों में हुई कार्रवाई पर नजर डाली जाए तो 8 फरवरी 2021 को गरियाबंद में वन विभाग की छापेमारी में एक काष्ठकार के घर से पौने दो लाख रुपये की सागौन की लकड़ी जब्त की थी. बीते सालभर में दर्जनभर से अधिक कार्रवाई की गई थी. 6 फरवरी को राजनांदगांव के खुर्सीपार में लाखों के सागौन की लकड़ी का जखीरा बरामद हुआ था.