जशपुरः महाशिवरात्रि पर्व के दौरान बेलमहादेव के जंगल में अचानक आग लग जाने से अफरा-तफरी मच गई. आग इतनी तेज थी कि आस-पास के लोगों में डर का माहौल बन गया. श्रद्धालुओं को दर्शन के लिए पहाड़ पर आना-जाना बंद कर दिया गया. मौके पर तैनात पुलिस अधिकारी और जवानों ने तत्परता दिखाते हुए आग बुझाने में जुट गए. जंगल में लगी आग को कड़ी मशक्कत के बाद पुलिस जवानों ने बुझा दिया. जिससे एक बड़ा हादसा टल गया.
बेल पहाड़ पर लगी आग
शहर के नजदीक बेल पहाड़ पर बेल महादेव के दर्शन के लिए महाशिवरात्रि पर हजारों श्रद्धालु जुटे हुए थे. पुलिस-प्रशासन ने श्रद्वालुओं की भीड़ को देखते हुए सुरक्षा के पुख्ता इंतजाम किया था. करीब 11 से 12 बजे बीच पहाड़ के ऊपर स्थित मंदिर के उपरी हिस्से में अचानक आग लग गई. मंदिर का हिस्सा धूं-धूं करके जलने लगा. पुलिस ने बताया कि पूजा के दौरान किसी श्रद्वालु के अंजाने में जलती हुई माचिस की तिली फेंक दिया होगा. जिससे सूखे पत्तों में आग लग गई.
पुलिस के बहादुर जवानों ने बुझाई आग
जंगल में बिखरे हुए सूखे पत्तों की वजह से आग तेजी से फैली. हादसे के वक्त मंदिर में काफी संख्या में श्रद्वालु मौजूद थे. सुरक्षा ड्यूटी में तैनात उपनिरीक्षक दुख राम भगत, आरक्षक सोभनाथ सिंह, आरक्षक रितेश बघेल सहित आधा दर्जन पुलिसकर्मियों ने आग पर काबू पाने के लिए जुट गए. पुलिस के जवानों ने पानी छिड़कने के साथ ही आग को फैलने से रोकने के लिए गड्ढा भी खोदा. लेकिन तेज हवा होने से आग बुझाने में काफी दिक्कतें आ रही थी. करीब आधा घंटे की कड़ी मशक्कत के बाद जवानों ने मंदिर के उपरी हिस्से में लगी हुई आग को बुझा दिया.
जंगलों में लगाई जा रही आग से वन्य प्राणी और संपदा को हो रहा नुकसान
निचले हिस्से में भी लगी आग
पुलिस पदाधिकारियों ने मंदिर के उपरी हिस्से का आग बुझाकर अभी चैने से बैठे भी नहीं लिए थे. तभी जंगल के निचले हिस्से में भी आग फैल गई. जिसकी सूचना पर कोतवाली प्रभारी एलएस धुर्वे भी मौके पर पहुंच गए. नगरपालिका और नगर सेना के दमकल वाहनों के साथ नीचले हिस्से में लगी आग बुझाने में जुट गए. करीब एक घंटे की कड़ी मेहनत के बाद आग पर काबू पाया गया.