जशपुर: जंगली हाथियों का आतंक बदस्तूर जारी है. बीती रात जंगली हाथियों ने जिले के पत्थलगांव जनपद क्षेत्र में अलग-अलग घटनाओं में तीन लोगों को कुचलकर मौत के घाट उतार दिया. घटना की सूचना मिलने के बाद वन अमला मौके पर पहुंच गया है. DFO भी घटनास्थल के लिए रवाना हो गए हैं. घटना में मारे गए तीन में से दो ग्रामीण एक ही परिवार के बताए जा रहे हैं.
वनमंडलाधिकरी श्रीकृष्ण जाधव ने बताया कि जंगली हाथियों ने रविवार और सोमवार की दरम्यानी रात जिले के पत्थलगांव तहसील में तीन ग्रामीणों को कुचलकर मार डाला है. पहली घटना लुड़ेग से लगे सराइटोला के बन्दरा कुंजरा के जंगल की है. यहां 50 वर्षीय दिलसाय चौहान को एक हाथी ने कुचलकर मार डाला. दिलसाय चौहान जंगल के रास्ते से कहीं जा रहा था. इस दौरान जंगली हाथी ने कुचलकर उसे मौत के घाट उतार दिया.
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वन विभाग ने जंगल के रास्ते नहीं जाने की दी थी हिदायत
DFO श्रीकृष्ण जाधव ने बताया कि वन विभाग ने गांव वालों को पहले से हिदायत दी थी कि जंगल के रास्ते कोई कहीं नहीं जाए. बावजूद इसके मृतक दिलसाय जंगल के रास्ते से गया, जिस कारण उसकी मौत हुई है.
दो बुजुर्गों को उतारा मौत के घाट
दूसरी घटना पत्थलगांव से 15 किलोमीटर दूर झिमकी की है. गांव में दल से अलग होकर भटक रहे दो हाथियों ने एक ही परिवार के दो बुजुर्गों को मौत के घाट उतार दिया. मृतक जगत राम को अपने घर के बाहर कुछ आवाज सुनाई दी. बाहर जाकर जाकर देखा, तो दो हाथी खड़े थे. हाथियों ने उस पर हमला कर दिया, जिससे उसकी घटनास्थल पर ही मौत हो गई. वहीं करू राम रात के लगभग 9 बजे शौच के लिए घर से बाहर गया हुआ था. इस दौरान उसका सामना हाथियों से हो गया. हाथी ने करू को पटककर पैर से कुचल दिया, जिससे बुजुर्ग की घटनास्थल पर ही मौत हो गई.
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25 हजार की दी गई सहायता राशि
जानकारी मिलने पर वन विभाग के अधिकारी घटनास्थल पर पहुंच गए हैं. वन विभाग ने मृतक के परिजनों को तत्काल आर्थिक सहायता के रूप में 25 हजार रुपए दिए हैं. केस तैयार होने के बाद दोबारा 5 लाख 75 हजार रुपए मृतक के परिजन को दिया जाएगा. साल 2020 में हाथियों ने 26 लोगों की जान ली है.