जशपुर: जशपुर जिले में जंगली हाथियों का आतंक (elephant terror) थमने का नाम नहीं ले रहा है. आए दिन जंगली हाथी लोगों की जान ले रहे हैं. ताजा मामला जिले के बादल खोल अभ्यारण क्षेत्र का है. जहां जंगली हाथी ने एक ग्रामीण महिला को कुचल कर मौत के घाट उतार दिया. वहीं उसके साथ मौजूद 7 साल की मासूम बच्ची ने भागकर अपनी जान बचाई. घटना की सूचना पर वन अमला मौके पर पहुंच गया है. पीड़ित के परिजनों को तात्कालिक सहायता राशि (Relief fund) उपलब्ध करा दी गई है.
बादल खोल अभ्यारण की घटना
दरअसल घटना जिले के बगीचा थाना क्षेत्र के अंतर्गत बादल खोल अभ्यारण की है घटना के संबंध में अभ्यारण क्षेत्र के डिप्टी डायरेक्टर प्रभाकर खलखो ने बताया कि बासधार गांव सरबकोम्बो की रहने वाली 42 वर्षीय महिला प्रतिमा तिग्गा अपनी 7 साल की बेटी प्रतीक्षा तिग्गा के साथ अपने किसी काम से ग्राम रेंगले गई हुई थी. बुधवार की शाम करीबन 6 बजे के आसपास रेंगली से वापस अपने गांव बांसधर सरबकोम्बो बादल खोल अभ्यारण के रास्ते से आ रही थी. इस दौरान प्रतिमा आगे चल रही थी और बेटी पीछे.
बालोद में हाथी के कुचलने से एक ग्रामीण की मौत
बच्ची ने भाग कर बचाई अपनी जान
मां बेटी घर जल्दी पहुंचने को लेकर अभ्यारण क्षेत्र के ही अंदर से जंगल के रास्ते में घुस गए तभी बादल खोल अभ्यारण क्षेत्र के कुहापानी परिसर आर एफ 76 वाच टावर के पास 42 वर्षीय प्रतिमा तिग्गा का सामना जंगली हाथी से हो गया. हाथी ने प्रतिमा को पकड़ लिया और कुचलकर उसकी जान ले ली. इसी दौरान पीछे चल रही 7 साल की बेटी प्रतीक्षा तिग्गा किसी तरह वहां से भागकर अपनी जान बचाई और ग्राम बासधर पहुंच कर अपने परिजनों और गांव वालों को घटना के बारे में जानकारी दी.
25 हजार तात्कालिक सहायता राशि दी
घटना की सूचना पाकर परिजन और ग्रामीण हिम्मत कर रात के समय बच्ची के बताए गए स्थान पर पहुंचे. जहां पर 42 वर्ष की मृतिका प्रतिमा तिग्गा का शव मिला. घटना की सूचना पर वन अमला मौके पर पहुंच गया और लाश को उठाकर गांव लेकर आए. वन विभाग ने मृतिका के परिजनों को तात्कालिक सहायता राशि 25 हजार दे दी गई है. वहीं शव को पोस्टमार्टम करवाने को भेज दिया गया है. डिप्टी डायरेक्टर ने बताया कि कागजी कार्रवाई के बाद बची हुई सहायता की राशि पीड़ित के परिजनों को दे दी जाएगी.