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एक बार फिर बढ़ने लगा कोरोना संक्रमण, जानिए कितनी है तैयारी ?

जशपुर जिले में एक बार फिर कोरोना का खतरा मंडराने लगा (danger of corona infection in Jashpur)है. लिहाजा स्वास्थ्य विभाग की टीम ने वायरोलॉजी लैब की शुरुआत की है. जिसमें मरीजों का टेस्ट किया जा रहा है.

danger of corona infection in Jashpur
जशपुर में कोरोना संक्रमण का खतरा मंडराया
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Published : Jul 1, 2022, 1:07 PM IST

जशपुर : जिले में कोरोना संक्रमण एक बार फिर दस्तक दे रहा है. स्वास्थ्य विभाग ने एक सप्ताह के दौरान 15 संक्रमितों को चिन्हांकित किया (Fifteen infected were found in a week in Jashpur) है. संक्रमितों की बढ़ती हुई संख्या को देखते हुए स्वास्थ्य विभाग ने अपनी कोरोना व्यवस्था को नए सिरे से संवारने का काम शुरू कर दिया है. कंट्रोल रूम और आइसोलेशन वार्ड के साथ गंभीर मरीजों के लिए अलग से आईसीयू की व्यवस्था के साथ अंतरराज्यीय सीमा पर निगरानी बैठाने की तैयारी की जा रही है. संक्रमित मरीजों की कांटेक्ट ट्रेसिंग का सिलसिला भी शुरू हो रहा है.


कितना है संक्रमण दर :हालांकि स्वास्थ्य विभाग के अधिकारियों का कहना है कि '' जिले में फिलहाल संक्रमण दर 1 प्रतिशत से काफी नीचे है,इसलिए घबराने की बात नहीं है. लेकिन सावधानी बरतना और कोविड अनुशासन का पालन करना आवश्यक (danger of corona infection in Jashpur)है. जिला सर्विलेंस अधिकारी डॉ आरएस पैंकरा ने बताया कि ''बीते 24 घंटे के दौरान जिले में 4 संक्रमितों की पहचान की गई है. स्वास्थ्य विभाग के रिकॉर्ड के अनुसार गुरूवार 30 जून की स्थिति में जिले में 15 कोरोना संक्रमित हैं. इन सभी को होम आईसोलेशन में रख कर,इलाज किया जा रहा है.


क्या है चिंता का कारण : कोरोना के लगातार बढ़ते हुए मामले ने एक बार फिर स्वास्थ्य विभाग के अधिकारियों के माथे पर चिंता की लकीरें खींच दी है. विभाग के आंकड़े के मुताबिक ''बीते सप्ताह भी जिले में 14 संक्रमित मिले थे. इन मामलों को देखते हुए विभाग ने शासन के निर्देश पर ओडिशा और झारखंड की सीमा पर निगरानी बढ़ाने की तैयारी शुरू कर दी(Surveillance increased on the border of Odisha and Jharkhand of Jashpur) है.''


क्या है राहत की खबर : कोविड के जिला सर्विलेंस अधिकारी डॉ आर एस पैंकरा (Jashpur District Surveillance Officer Dr R S Pankara) ने बताया कि ''केन्द्र सरकार द्वारा जारी किए गए गाइडलाइन में अंर्तराष्ट्रीय यात्रा से वापस लौटे व्यक्ति की कोरोना जांच रिपोर्ट पॉजिटिव पाए जाने पर उसका जीनोम सिक्वेंसनिंग कराना आवश्यक है. इस बीच जिले में वायरोलाजी लैब को शुरू हो जाने से स्वास्थ्य विभाग को बड़ी राहत मिली है. इस लैब में प्रतिदिन 3 सौ आरटीसीआर जांच करने की क्षमता है. इस समय प्रतिदिन सौ से डेढ़ सौ जांच की जा रही है.''

जशपुर : जिले में कोरोना संक्रमण एक बार फिर दस्तक दे रहा है. स्वास्थ्य विभाग ने एक सप्ताह के दौरान 15 संक्रमितों को चिन्हांकित किया (Fifteen infected were found in a week in Jashpur) है. संक्रमितों की बढ़ती हुई संख्या को देखते हुए स्वास्थ्य विभाग ने अपनी कोरोना व्यवस्था को नए सिरे से संवारने का काम शुरू कर दिया है. कंट्रोल रूम और आइसोलेशन वार्ड के साथ गंभीर मरीजों के लिए अलग से आईसीयू की व्यवस्था के साथ अंतरराज्यीय सीमा पर निगरानी बैठाने की तैयारी की जा रही है. संक्रमित मरीजों की कांटेक्ट ट्रेसिंग का सिलसिला भी शुरू हो रहा है.


कितना है संक्रमण दर :हालांकि स्वास्थ्य विभाग के अधिकारियों का कहना है कि '' जिले में फिलहाल संक्रमण दर 1 प्रतिशत से काफी नीचे है,इसलिए घबराने की बात नहीं है. लेकिन सावधानी बरतना और कोविड अनुशासन का पालन करना आवश्यक (danger of corona infection in Jashpur)है. जिला सर्विलेंस अधिकारी डॉ आरएस पैंकरा ने बताया कि ''बीते 24 घंटे के दौरान जिले में 4 संक्रमितों की पहचान की गई है. स्वास्थ्य विभाग के रिकॉर्ड के अनुसार गुरूवार 30 जून की स्थिति में जिले में 15 कोरोना संक्रमित हैं. इन सभी को होम आईसोलेशन में रख कर,इलाज किया जा रहा है.


क्या है चिंता का कारण : कोरोना के लगातार बढ़ते हुए मामले ने एक बार फिर स्वास्थ्य विभाग के अधिकारियों के माथे पर चिंता की लकीरें खींच दी है. विभाग के आंकड़े के मुताबिक ''बीते सप्ताह भी जिले में 14 संक्रमित मिले थे. इन मामलों को देखते हुए विभाग ने शासन के निर्देश पर ओडिशा और झारखंड की सीमा पर निगरानी बढ़ाने की तैयारी शुरू कर दी(Surveillance increased on the border of Odisha and Jharkhand of Jashpur) है.''


क्या है राहत की खबर : कोविड के जिला सर्विलेंस अधिकारी डॉ आर एस पैंकरा (Jashpur District Surveillance Officer Dr R S Pankara) ने बताया कि ''केन्द्र सरकार द्वारा जारी किए गए गाइडलाइन में अंर्तराष्ट्रीय यात्रा से वापस लौटे व्यक्ति की कोरोना जांच रिपोर्ट पॉजिटिव पाए जाने पर उसका जीनोम सिक्वेंसनिंग कराना आवश्यक है. इस बीच जिले में वायरोलाजी लैब को शुरू हो जाने से स्वास्थ्य विभाग को बड़ी राहत मिली है. इस लैब में प्रतिदिन 3 सौ आरटीसीआर जांच करने की क्षमता है. इस समय प्रतिदिन सौ से डेढ़ सौ जांच की जा रही है.''

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