जशपुर: निजी स्कूल संचालक ऑनलाइन क्लॉस की आड़ में गलत तरीके से फीस वसूली कर रहे हैं. मामले में कलेक्टर महादेव कावरे ने कार्रवाई के लिए के आदेश जारी किए हैं, जिसपर तीन सदस्यीय जांच दल बनाया गया है. साथ ही जांच दल छानबीन कर दो दिन के भीतर जांच प्रतिवेदन निर्देश शिक्षा अधिकारी को सौंपेंगे. अभिभावकों की शिकायत पर कलेक्टर ने कार्रवाई के लिए आदेश दिए हैं.
कलेक्टर महादेव कावरे ने बताया कि पत्थलगांव के निजी पब्लिक स्कूल जोकपाल में ऑनलाइन क्लॉस के नाम पर फीस वसूली करने की शिकायत प्रशासन को मिली थी. मामले को गंभीरता से लेते हुए कार्रवाई की गई है. उन्होंने कहा कि कोरोना काल में निजी स्कूल गलत तरीके से ऑनलाइन क्लास की आड़ में बच्चों के अभिभावकों से फीस वसूल नहीं कर सकते. बावजूद इसके कुछ निजी स्कूल संचालक निर्देश का पालन नहीं कर रहे हैं. उन्होंने कहा कि शासन के आदेश की अवहेलना करने पर स्कूल की मान्यता रद्द कर दी जा सकती है.
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ग्रामीण अंचल में मोबाइल और नेटवर्क की समस्या
शिक्षा सत्र 2020-21 में कोरोना संक्रमण की वजह से सरकारी, अर्ध शासकीय और नीजि शिक्षण संस्थानों में ताले लटके हुए हैं. इन दिनों मोबाइल के माध्यम से ऑनलाइन क्लॉस का संचालन किया जा रहा है. सरकारी शिक्षण संस्थान, ग्रामीण अंचल में मोबाइल और नेटवर्क की समस्या है. इसे देखते हुए मोहल्ला क्लॉस का संचालन किया जा रहा है.
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स्कूलों की मनमानी पर नियंत्रण की उम्मीद
शिक्षा विभाग ने कोरोना काल में शिक्षा की ज्योत को जलाएं रखने के लिए केबल टीवी का सहारा भी लिया है, लेकिन इन सारे प्रयासों के बीच कुछ नीजि स्कूलों की मनमानी प्रशासन के मंसूबे पर पानी फेरते नजर आ रहे हैं. वहीं जिले में ऐसे भी निजी स्कूल हैं, जो छात्रों से बिना कोई शुल्क लिए ऑनलाइन कक्षा का संचालन कर रहे हैं. बहरहाल जोगपाल स्कूल के खिलाफ हुई इस कार्रवाई के बाद स्कूलों की मनमानी पर नियंत्रण की उम्मीद की जा रही है.