जशपुर: कोरोना महामारी के बीच राष्ट्रीय स्वास्थ्य मिशन (NHM) के कर्मचारी नियमितीकरण की मांग को लेकर 19 सितंबर से अनिश्चितकालीन हड़ताल पर चले गए हैं, जिससे स्वास्थ्य सेवाएं बाधित हुई है. इसी के मद्देनजर एनएचएम के कर्मचारियों को कलेक्टर महादेव कावरे ने 24 घंटे के अंदर ड्यूटी में वापस लौटने का नोटिस जारी किया है.
बता दें कि जिले के करीब 450 से अधिक राष्ट्रीय स्वास्थ्य मिशन (NHM) के कर्मचारी अपनी एक सूत्रीय मांग (नियमितीकरण) को लेकर अनिश्चितकालीन हड़ताल पर चले गए हैं, जिसका असर स्वास्थ्य सेवाओं पर पड़ा है. जारी किए गए नोटिस में कलेक्टर महादेव कावरे ने आपदा प्रबंधन अधिनियम 2005 की धारा 51 एवं 56 एवं छत्तीसगढ़ अत्यावश्यक सेवा संधारण तथा विच्छिनता निवारण अधिनियम 1979 (एस्मा) की कंडिका 7(1) के तहत कार्रवाई की चेतावनी दी है. कलेक्टर की इस कार्रवाई के बाद अब हड़ताली कर्मचारियों की ओर से उठाए जाने वाले कदम पर लोगों की नजरें टिकी हुई है.
स्वास्थ्य विभाग के लिए व्यवस्था करना चुनौती
जिले में स्वास्थ्य विभाग में इस मिशन के तहत 453 कर्मचारी पदस्थ हैं. इन कर्मचारियों के हड़ताल का सीधा असर स्वास्थ्य सेवाओं के संचालन पर हो रहा है. हालांकि जिला प्रशासन ने हड़ताल के दौरान स्वास्थ्य सेवा प्रभावित नहीं हो इसके लिए पूरा इंतजाम करने का दावा कर रही है, लेकिन खास कर जिले के प्राथमिक और स्वास्थ्य केन्द्रों की व्यवस्था को सुचारू बनाएं रखना स्वास्थ्य विभाग के लिए बड़ी चुनौती बनी हुई है. फिलहाल CMHO डॉ पी सुथार के अनुसार नियमित कर्मचारियों को तैनात कर हड़ताल से निपटा जा रहा है.