जशपुर: छत्तीसगढ़ शालेय शिक्षक संघ ने 1 जुलाई को संविलियन दिवस के रूप में मनाया है. जिला अध्यक्ष विनय सिंह के नेतृत्व में संघ के पदाधिकारियों और शिक्षकों ने दुकानदारों, ग्राहकों और राहगीरों को मास्क और सैनिटाइजर का वितरण किया है. साथ ही उन्हें सावधानी बरतने की सलाह दी है.
छत्तीसगढ़ शालेय शिक्षक संघ के जिला सचिव सैय्यद सरवर हुसैन ने बताया कि शिक्षकों को शिक्षाकर्मी से नियमित शिक्षक के पद पर 1 जुलाई 2018 को संविलियन किया गया था. ये दिन शिक्षाकर्मियों और उनके परिवार के सदस्यों के लिए बेहद खास है. इसलिए शिक्षक हर साल 1 जुलाई को संविलियन दिवस मनाते हुए अपने लंबे संघर्ष को याद करते है. उन्होंने बताया कि वे हर साल संविलियन दिवस मनाकर लोगों को किसी न किसी विषय पर जागरूक करने की कोशिश करते रहेंगे.
संविलियन दिवस के अवसर पर ये रहे उपस्थित
इस दौरान जिला कोषाध्यक्ष अमित अम्बष्ट, उपाध्यक्ष हर्ष बाघव, सह सचिव अमजद खान, जशपुर विकासखंड अध्यक्ष गोविंद मिश्रा, उपाध्यक्ष भवानी शंकर यादव, मनोरा विकासखंड सचिव संदीप प्रधान, कोषाध्यक्ष अजित सिदार, सह सचिव विपिन विकास खरे, गोवर्धन कुंवर, यशवंत कश्यप, मनोज उरांव, बसंत रवानी, श्यामजीत भगत, पंकज सहाय, रवि प्रकाश मिश्रा, रियाज अंसारी और अजीत शुक्ला उपस्थित रहे.
क्यों मनाया जाता है डॉक्टर्स डे
1 जुलाई को देश में राष्ट्रीय चिकित्सक दिवस मनाया जाता है. इसका उद्देश्य चिकित्सकों को उनकी निस्वार्थ सेवाओं के लिए सम्मानित करना होता है, यह चिकित्सा पेशे से जुड़े लोगों के प्रति आभार व्यक्त करने के लिए है, जो 24 घंटे लोगों की सेवा करते हैं. राष्ट्रीय चिकित्सक दिवस डॉ. बिधान चंद्र रॉय की जन्म और पुण्यतिथि के सम्मान के लिए भी मनाया जाता है, जो एक चिकित्सक के साथ-साथ पश्चिम बंगाल के दूसरे मुख्यमंत्री थे. भारत चिकित्सा क्षेत्र में तेजी से बढ़ा है, इसमें नवीन तकनीकी के साथ-साथ डॉ. बिधान चंद्र रॉय का भी योगदान है. भारत सरकार ने एक जुलाई, 1991 को देश में राष्ट्रीय चिकित्सक दिवस अनुमति दी. उसके बाद से यह हर साल मनाया जाने लगा.