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आत्महत्या के मामले में देश में इस नंबर पर है छत्तीसगढ़, पढ़ें - suicide attempt

प्रदेश में लगातार बढ़ रहे आत्महत्या के मामलों पर मीडिया को संवेदनशील बनाने के लिए स्वास्थ्य विभाग ने एक कार्यशाला का आयोजन किया.

कार्यशाला.
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Published : Jul 11, 2019, 7:37 AM IST

जशपुर: आत्महत्या के मामले में पूरे देश में छत्तीसगढ़ चौथे नंबर पर है. एक सर्वे के मुताबिक आत्महत्या करने वालों में सबसे ज्यादा 14 से 23 साल तक के युवा बताये जा रहे हैं. पढ़ाई में फेल होना, इच्छापूर्ति न कर पाना और बेरोजगारी को इसका मुख्य कारण माना जा रहा है.

पत्रकारों की कार्यशाला.

आत्महत्या के कारणों पर शोध करने वाले समाज सेवी और सीएफएआर विशेषज्ञ नदीम अहमद ने आत्महत्या और उसके कारणों पर चर्चा के लिए एक सेमिनार का आयोजन किया था. जिसमें शहर के कई विशेषज्ञ शामिल हुए और अपने विचार रखे.

जिला मुख्यालय में स्वास्थ्य विभाग द्वारा राष्ट्रीय मानसिक स्वास्थ्य कार्यक्रम के तहत मीडिया प्रतिनिधियों की कार्यशाला का आयोजना किया गया था. यहां आत्महत्या की रोकथाम में मीडिया की भूमिका पर चर्चा की गई. सीएफएआर संस्था के विशेषज्ञ नदीम अहमद ने मीडिया प्रतिनिधियों को सुझाव दिया कि आत्महत्या जैसे खबरों को मीडिया द्वारा सनसनीखेज न बनाकर सामान्य रूप से दिखाएं. कार्यशाला में पुलिस अधिक्षक शंकर लाल बघेल और सीएमएचओ एमएस पैकरा ने भी हिस्सा लिया.

जशपुर: आत्महत्या के मामले में पूरे देश में छत्तीसगढ़ चौथे नंबर पर है. एक सर्वे के मुताबिक आत्महत्या करने वालों में सबसे ज्यादा 14 से 23 साल तक के युवा बताये जा रहे हैं. पढ़ाई में फेल होना, इच्छापूर्ति न कर पाना और बेरोजगारी को इसका मुख्य कारण माना जा रहा है.

पत्रकारों की कार्यशाला.

आत्महत्या के कारणों पर शोध करने वाले समाज सेवी और सीएफएआर विशेषज्ञ नदीम अहमद ने आत्महत्या और उसके कारणों पर चर्चा के लिए एक सेमिनार का आयोजन किया था. जिसमें शहर के कई विशेषज्ञ शामिल हुए और अपने विचार रखे.

जिला मुख्यालय में स्वास्थ्य विभाग द्वारा राष्ट्रीय मानसिक स्वास्थ्य कार्यक्रम के तहत मीडिया प्रतिनिधियों की कार्यशाला का आयोजना किया गया था. यहां आत्महत्या की रोकथाम में मीडिया की भूमिका पर चर्चा की गई. सीएफएआर संस्था के विशेषज्ञ नदीम अहमद ने मीडिया प्रतिनिधियों को सुझाव दिया कि आत्महत्या जैसे खबरों को मीडिया द्वारा सनसनीखेज न बनाकर सामान्य रूप से दिखाएं. कार्यशाला में पुलिस अधिक्षक शंकर लाल बघेल और सीएमएचओ एमएस पैकरा ने भी हिस्सा लिया.

Intro:जशपुर स्वास्थ्य विभाग द्वारा राष्ट्रीय मानसिक स्वास्थ्य कार्यक्रम के तहत मीडिया प्रतिनिधियों की कार्यशाला का आयोजन किया गया यह कार्यशाला आत्महत्या की रोकथाम में मीडिया की भूमिका विषय पर आयोजित की गई थी।



Body:कार्यशाला में सीएफएआर संस्थान के विशेषज्ञों द्वारा आत्महत्या करने के विभिन्न कारणों की जानकारी दी गई सीएफएआर संस्था के विषय विशेषज्ञ आरतीधर ने कार्यशाला में बताया कि छत्तीसगढ़ पहला राज्य है जहां आत्महत्या रोकथाम के लिए मीडिया प्रतिनिधियों का प्रशिक्षण प्रारंभ किया गया है उन्होंने बताया कि आत्महत्या करने में देश में छत्तीसगढ़ चौथे स्थान पर है जिसमें 14 वर्ष से 23 वर्ष के युवा सबसे अधिक आत्महत्या करते हैं जिसका कारण अधिकतर पढ़ाई में फेल होना अपनी इच्छा को पूरा न कर पाना नौकरी नहीं मिल पाना दिमाग में अधिक तनाव लेने के साथ ही इस तरह के विभिन्न कारणों की जानकारी दी।




Conclusion:सीएफएआर संस्था के विशेषज्ञ नदीम अहमद ने कहा कि आत्महत्या की घटनाएं लगातार बढ़ रही है जिस के समाचार प्रकाशन भी होते हैं वह सनसनीखेज ना होकर सामान्य हो जिससे पढ़कर आत्महत्या करने वाला व्यक्ति आत्महत्या ना करें और उसे रोका जा सके।

इस अवसर पर जशपुर पुलिस अधीक्षक शंकर लाल बघेल सीएमएचओ एमएस पैकरा सीएफएआर संस्था के विशेषज्ञ नदीम अहमद आरती धर एवं मीडिया कर्मी मौजूद थे।


बाइट 1 नदीम अहमद विशेषज्ञ सीएफएआर संस्था
बाइट 2 डॉ खुसरो मनो चिकित्सक जशपुर

तरुण प्रकाश शर्मा
जशपुर
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