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Jashpur Crime News: जशपुर में नौकरी का झांसा देकर ठगी, तीन आरोपी गिरफ्तार - अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक प्रतिभा पाण्डेय

जशपुर में नौकरी का झांसा देकर ठगी का मामला (Jashpur Crime News) सामने आया है. पुलिस ने इस केस में तीन आरोपियों (cheating on pretext of job in Jashpur) को गिरफ्तार किया है. आरोपियों ने चपरासी की नौकरी दिलाने का झांसा देकर 30 लाख रुपये की ठगी की है.

cheating on pretext of job in Jashpur
जशपुर में नौकरी का झांसा देकर ठगी
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Published : Jun 2, 2022, 11:27 PM IST

जशपुर: जशपुर राजस्व विभाग में नौकरी का झांसा देकर लाखों की (Jashpur Crime News) ठगी करने के मामले में कुनकुरी पुलिस ने तीन आरोपियों (cheating on pretext of job in Jashpur) को गिरफ्तार किया है. इस केस में दो आरोपी रायपुर केंद्रीय जेल में बंद हैं. उन्हें प्रोडक्शन वारंट पर जशपुर लाने की तैयारी में जशपुर पुलिस जुटी हुई है. ठगी का यह मामला 31 मई को उजागर हुआ था.


चपरासी की नौकरी दिलाने के नाम पर ठगी: मामले की जानकारी देते हुए अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक प्रतिभा पाण्डेय ने बताया कि "शिकायत लेकर पहुंचे बेरोजगारों का आरोप था कि कुनकुरी निवासी द्वारिका मिश्रा,नासीत तिग्गा और तेजप्रकाश टोप्पो ने राजस्व विभाग के आपदा प्रबंधन शाखा में भृत्य की नौकरी दिलाने का झांसा दिया था. कोरोना संकट के दौरान आर्थिक तंगी से जूझ रहे बेरोजगारों ने इन शातिरों की बातों पर विश्वास किया. उन्हें आवेदन पत्र के साथ अपने मूल दस्तावेज भी दे दिए. इसके बाद शातिर बदमाशों ने ठगी की.

जशपुर में नौकरी का झांसा देकर ठगी
फर्जी हस्ताक्षकर कर नियुक्ति पत्र सौंपा: पीड़ितों के मुताबिक आरोपितों ने उन्हें अपने जाल में पूरी तरह से फांसने के लिए रायपुर ले गए. यहां नया रायपुर स्थित मंत्रालय के प्रवेश द्वार पर ले जाकर खड़ा कर दिया और स्वयं अंदर चले गए. कुछ देर के बाद वापस आ कर साहब लोगों से सेटिंग होने की बात कहते हुए रुपये मांगने लगे. सरकारी नौकरी की लालच में पीड़ितों ने 1 से डेढ़ लाख रुपये थमा दिए. रुपये लेने के कुछ दिनों के बाद आरोपितों ने राजस्व विभाग की तात्कालिन उप सचिव रीता यादव का फर्जी हस्ताक्षर कर,पीड़ितों को नियुक्ति पत्र भी थमा दिया.

फर्जी नियुक्ति पत्र से खुली पोल: इस नियुक्ति पत्र की पोल उस वक्त खुली जब. पीड़ित ड्यूटी ज्वाइन करने आफिस पहुंचें. यहां अफसरों ने नियुक्ति पत्र को फर्जी बताते हुए,उन्हें उल्टे पैर लौटा दिया. अपने रुपये और मूल दस्तावेज वापस पाने के लिए पीड़ित,आरोपितों के चक्कर काटते रहे. लेकिन कोई न कोई बहाना बना कर आरोपी उन्हें टालते रहे. अंत में मजबूर होकर पीड़ितों ने पुलिस का सहारा लिया. पुलिस में शिकायत दर्ज कराई जिसके बाद पुलिस ने तफ्तीश शुरू की.


पुलिस ने दी जानकारी: एएसपी ने बताया कि तीनों आरोपियों को गिरफ्तार कर लिया है. आरोपियों ने 30 लाख रुपये की ठगी की बात को स्वीकार कर लिया है. पुलिस ने बताया कि मामले में आरोपी कोमल सिंह और सूर्यपल्ली राव वर्तमान में ठगी के मामले में जेल में बंद हैं. वही द्वारिका नाथ मिश्रा, नसरित तिग्गा और तेज प्रकाश टोप्पो एक साल पूर्व ठगी करते थे.

जशपुर: जशपुर राजस्व विभाग में नौकरी का झांसा देकर लाखों की (Jashpur Crime News) ठगी करने के मामले में कुनकुरी पुलिस ने तीन आरोपियों (cheating on pretext of job in Jashpur) को गिरफ्तार किया है. इस केस में दो आरोपी रायपुर केंद्रीय जेल में बंद हैं. उन्हें प्रोडक्शन वारंट पर जशपुर लाने की तैयारी में जशपुर पुलिस जुटी हुई है. ठगी का यह मामला 31 मई को उजागर हुआ था.


चपरासी की नौकरी दिलाने के नाम पर ठगी: मामले की जानकारी देते हुए अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक प्रतिभा पाण्डेय ने बताया कि "शिकायत लेकर पहुंचे बेरोजगारों का आरोप था कि कुनकुरी निवासी द्वारिका मिश्रा,नासीत तिग्गा और तेजप्रकाश टोप्पो ने राजस्व विभाग के आपदा प्रबंधन शाखा में भृत्य की नौकरी दिलाने का झांसा दिया था. कोरोना संकट के दौरान आर्थिक तंगी से जूझ रहे बेरोजगारों ने इन शातिरों की बातों पर विश्वास किया. उन्हें आवेदन पत्र के साथ अपने मूल दस्तावेज भी दे दिए. इसके बाद शातिर बदमाशों ने ठगी की.

जशपुर में नौकरी का झांसा देकर ठगी
फर्जी हस्ताक्षकर कर नियुक्ति पत्र सौंपा: पीड़ितों के मुताबिक आरोपितों ने उन्हें अपने जाल में पूरी तरह से फांसने के लिए रायपुर ले गए. यहां नया रायपुर स्थित मंत्रालय के प्रवेश द्वार पर ले जाकर खड़ा कर दिया और स्वयं अंदर चले गए. कुछ देर के बाद वापस आ कर साहब लोगों से सेटिंग होने की बात कहते हुए रुपये मांगने लगे. सरकारी नौकरी की लालच में पीड़ितों ने 1 से डेढ़ लाख रुपये थमा दिए. रुपये लेने के कुछ दिनों के बाद आरोपितों ने राजस्व विभाग की तात्कालिन उप सचिव रीता यादव का फर्जी हस्ताक्षर कर,पीड़ितों को नियुक्ति पत्र भी थमा दिया.

फर्जी नियुक्ति पत्र से खुली पोल: इस नियुक्ति पत्र की पोल उस वक्त खुली जब. पीड़ित ड्यूटी ज्वाइन करने आफिस पहुंचें. यहां अफसरों ने नियुक्ति पत्र को फर्जी बताते हुए,उन्हें उल्टे पैर लौटा दिया. अपने रुपये और मूल दस्तावेज वापस पाने के लिए पीड़ित,आरोपितों के चक्कर काटते रहे. लेकिन कोई न कोई बहाना बना कर आरोपी उन्हें टालते रहे. अंत में मजबूर होकर पीड़ितों ने पुलिस का सहारा लिया. पुलिस में शिकायत दर्ज कराई जिसके बाद पुलिस ने तफ्तीश शुरू की.


पुलिस ने दी जानकारी: एएसपी ने बताया कि तीनों आरोपियों को गिरफ्तार कर लिया है. आरोपियों ने 30 लाख रुपये की ठगी की बात को स्वीकार कर लिया है. पुलिस ने बताया कि मामले में आरोपी कोमल सिंह और सूर्यपल्ली राव वर्तमान में ठगी के मामले में जेल में बंद हैं. वही द्वारिका नाथ मिश्रा, नसरित तिग्गा और तेज प्रकाश टोप्पो एक साल पूर्व ठगी करते थे.

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