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एक साल में 4 हजार 782 बच्चों को मिली कुपोषण से मुक्ति - Jashpr news

जशपुर में मुख्यमंत्री सुपोषण अभियान के एक साल पूरे होने पर करीब 5 हजार लोगों ने कुपोषण को मात दी.

4 thousand 782 children got rid of malnutrition in one year in jashpur
एक साल में 4 हजार 782 बच्चों को मिली कुपोषण से मुक्ति
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Published : Oct 6, 2020, 1:50 PM IST

जशपुर: कुपोषण को दूर करने के लिए जिले में मुख्यमंत्री सुपोषण अभियान का शुभांरभ मनोरा जनपद के आंगनबाड़ी केन्द्र से एक वर्ष पहले किया गया था. इसी का असर है कि जिले के 4 हजार 7 सौ 82 बच्चे सुपोषित हुए.

4 thousand 782 children got rid of malnutrition in one year in jashpur
एक साल में 4 हजार 782 बच्चों को मिली कुपोषण से मुक्ति

कुपोषित बच्चों, महिलाओं को दिया गया पोष्टिक भोजन

4 thousand 782 children got rid of malnutrition in one year in jashpur
4 हजार 782 बच्चों को मिली कुपोषण से मुक्ति

जिले के कलेक्टर महादेव कावरे ने बताया कि जिले में कुपोषण को कम करने के लक्ष्य को प्राप्त करने के लिए विभिन्न प्रकार की गतिविधियां आयोजित की गई. सभी हितग्राहियों को गर्म भोजन के साथ हर सोमवार, बुधवार, शुक्रवार को एक अंडा, हर मंगलवार, गुरुवार, शनिवार को चिक्की खिलाया गया. चयनित गर्भवती, शिशुवती एनिमिक महिलाओं को चिक्की और अंडा खिलाया जाना शामिल किया गया. जिले में महिला बाल विकास विभाग के अंतर्गत कुपोषित 4782 बच्चों को सुपोषित किया गया है.

4 thousand 782 children got rid of malnutrition in one year in jashpur
4 हजार 782 बच्चों को मिली कुपोषण से मुक्ति

पढ़ें: जशपुर: टमाटर ने बिगाड़ा रसोई का बजट, 60-80 तक बिक रही हरी सब्जियां

महिला बाल विकास अधिकारी अजय शर्मा ने बताया कि महिला बाल विकास के अंतर्गत रेडी टू ईट के सही तरीके से बच्चों और हितग्राहियों को खिलाने के लिए बताया गया. आंगनबाड़ी कार्यकर्ता, एएनएम के द्वारा नियमित रूप से उन्हें व्यक्तिगत साफ-सफाई, स्वास्थ्य जांच, कृमि नाशक दवा खिलाया गया. आंगनबाड़ी केन्द्रों में मिलने वाली पूरक पोषण रेडी टू ईट को 6 दिन में खिलाने की सलाह दी गई.खान-पान में विशेष ध्यान दिया गया. जिसमें रोटी हरी साक सब्जी हर रोज हफ्ते में तीन दिन मुनगा भाजी बनाकर नियमित रूप से बच्चों को खिलाने की आंगनबाड़ी कार्यकर्ता द्वारा माता-पिता को सलाह दी गई.

सुपोषण वाटिका में लगाई गई हरी साग-सब्जियां

4 thousand 782 children got rid of malnutrition in one year in jashpur
मुख्यमंत्री सुपोषण अभियान का एक साल

सुपोषण अभियान के अंतर्गत आंगनबाड़ी केन्द्रों में सुपोषण वाटिका तैयार कर उसमें लगाई गई सब्जी का प्रयोग घर में करने को कहा गया. साथ में सभी प्रकार के स्थानीय साग भाजी एवं खाद्य पदार्थों को शमिल कर भोजन में विविधता कर खाते रहने की सलाह दी गई. ग्राम स्वास्थ्य स्वच्छता एवं पोषण दिवस का आयोजन कर हितग्राहियों को लाभांवित करने के लिए भी कहा गया. आंगनबाड़ी कार्यकर्ताओं द्वारा हितग्राहियों की नियमित रूप से टीकाकरण और वजन भी लिया जाता था. विभागीय अधिकारियों द्वारा निरीक्षण कर योजना की निरंतर समीक्षा की गई.

जशपुर: कुपोषण को दूर करने के लिए जिले में मुख्यमंत्री सुपोषण अभियान का शुभांरभ मनोरा जनपद के आंगनबाड़ी केन्द्र से एक वर्ष पहले किया गया था. इसी का असर है कि जिले के 4 हजार 7 सौ 82 बच्चे सुपोषित हुए.

4 thousand 782 children got rid of malnutrition in one year in jashpur
एक साल में 4 हजार 782 बच्चों को मिली कुपोषण से मुक्ति

कुपोषित बच्चों, महिलाओं को दिया गया पोष्टिक भोजन

4 thousand 782 children got rid of malnutrition in one year in jashpur
4 हजार 782 बच्चों को मिली कुपोषण से मुक्ति

जिले के कलेक्टर महादेव कावरे ने बताया कि जिले में कुपोषण को कम करने के लक्ष्य को प्राप्त करने के लिए विभिन्न प्रकार की गतिविधियां आयोजित की गई. सभी हितग्राहियों को गर्म भोजन के साथ हर सोमवार, बुधवार, शुक्रवार को एक अंडा, हर मंगलवार, गुरुवार, शनिवार को चिक्की खिलाया गया. चयनित गर्भवती, शिशुवती एनिमिक महिलाओं को चिक्की और अंडा खिलाया जाना शामिल किया गया. जिले में महिला बाल विकास विभाग के अंतर्गत कुपोषित 4782 बच्चों को सुपोषित किया गया है.

4 thousand 782 children got rid of malnutrition in one year in jashpur
4 हजार 782 बच्चों को मिली कुपोषण से मुक्ति

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महिला बाल विकास अधिकारी अजय शर्मा ने बताया कि महिला बाल विकास के अंतर्गत रेडी टू ईट के सही तरीके से बच्चों और हितग्राहियों को खिलाने के लिए बताया गया. आंगनबाड़ी कार्यकर्ता, एएनएम के द्वारा नियमित रूप से उन्हें व्यक्तिगत साफ-सफाई, स्वास्थ्य जांच, कृमि नाशक दवा खिलाया गया. आंगनबाड़ी केन्द्रों में मिलने वाली पूरक पोषण रेडी टू ईट को 6 दिन में खिलाने की सलाह दी गई.खान-पान में विशेष ध्यान दिया गया. जिसमें रोटी हरी साक सब्जी हर रोज हफ्ते में तीन दिन मुनगा भाजी बनाकर नियमित रूप से बच्चों को खिलाने की आंगनबाड़ी कार्यकर्ता द्वारा माता-पिता को सलाह दी गई.

सुपोषण वाटिका में लगाई गई हरी साग-सब्जियां

4 thousand 782 children got rid of malnutrition in one year in jashpur
मुख्यमंत्री सुपोषण अभियान का एक साल

सुपोषण अभियान के अंतर्गत आंगनबाड़ी केन्द्रों में सुपोषण वाटिका तैयार कर उसमें लगाई गई सब्जी का प्रयोग घर में करने को कहा गया. साथ में सभी प्रकार के स्थानीय साग भाजी एवं खाद्य पदार्थों को शमिल कर भोजन में विविधता कर खाते रहने की सलाह दी गई. ग्राम स्वास्थ्य स्वच्छता एवं पोषण दिवस का आयोजन कर हितग्राहियों को लाभांवित करने के लिए भी कहा गया. आंगनबाड़ी कार्यकर्ताओं द्वारा हितग्राहियों की नियमित रूप से टीकाकरण और वजन भी लिया जाता था. विभागीय अधिकारियों द्वारा निरीक्षण कर योजना की निरंतर समीक्षा की गई.

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